इस साल तो नहीं ठीक होने वाली जिम की सेहत
5 करोड़ से अधिक नुकसान अब तक हुआ
800 से अधिक जिम हैं राजधानी में 25 तक ट्रेनर होते हैं एक बड़े जिम में 20 हजार लोग जिम में करते हैं एक्सरसाइज - मशीनों के प्रयोग के चलते अभी नहीं मिली है जिम खोलने की मंजूरी LUCKNOW :लॉकडाउन के चलते शहर के सभी जिम की फिटनेस खो गई है और वहां सन्नाटा फैला है। जिम संचालकों का कहना है कि जैस तरह का माहौल है, उसमें बाकी सेक्टर तो उबर जाएंगे लेकिन लोहे के राड पर देर तक वायरस टिकने के कारण जिम खुलने के बाद भी लोग उससे दूरी बनाए रखेंगे। इसे देखते हुए उन लोगों ने जिस माल का आर्डर दे दिया था, उसे भी अब नहीं उठा रहे हैं 5 करोड़ का नुकसानजिम संचालकों ने बताया कि राजधानी में करीब 800 से अधिक जिम हैं। गोमतीनगर में 35 और इंदिरानगर में 20 जिम हैं। लॉकडाउन के चलते अब तक उन्हें 5 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है।
बाक्स कबाड़ बन गई मशीनेंजिम ट्रेनर्स के अनुसार जब लोग यू-ट्यूब और वीडियो देखकर प्रैक्टिस करेंगे तो उनकी क्या जरूरत होगी। जिम में मशीनों पर प्रैक्टिस की सुविधा मिलती है, शेड्यूल और डाइट के बारे में भी बताया जाता है। यह यू-ट्यूब और वीडियो से संभव नहीं है। इसके बाद भी अगर लोग घर पर ही प्रैक्टिस करते रहे तो उनकी मशीनें कबाड़ बन जाएंगी।
बाक्स इसमें मिले छूट - बिजली के फिक्स चार्ज पर दी जाए छूट - जिन संचालकों को लोन पर ब्याज में छूट दी जाए कहां से आती हैं मशीनें - अमेरिका - दक्षिण कोरिया - ताइवान - चीन नोट- कुछ मशीनें इंडिया में भी बनाई जाती हैं। बाक्स खुलने के बाद इस तरह की दिक्कतें आएंगी - मास्क पहनकर प्रैक्टिस करने से सांस फूलने लगेगी - किसी एक के मशीन पर प्रैक्टिस करने के बाद दूसरा जल्द उस पर प्रैक्टिस नहीं करेगा - किसी नए व्यक्ति को जिम ज्वॉइन कराने का भी लोग विरोध करेंगे बाक्स जिम संचालकों द्वारा दिए गए प्रस्ताव - जिस तरह नियम बनाकर बाजार खोले गए हैं, जिम भी खोले जाएं - सोशल डिस्टेंसिंग के अनुसार प्रैक्टिस की सुविधा दी जाए - एक व्यक्ति के हटने के बाद मशीन को फिर सेनेटाइज किया जाए - थर्मल स्कैनिंग और सेनेटाइजेशन के बाद ही जिम में इंट्री मिले। - बड़े जिम में एक बार में सिर्फ 35 लोगों को बुलाया जाए। - दिन में तीन बार जिम को कराया जाए सेनेटाइज।- लोगों के प्रैक्टिस का समय कम किया जाए।
बाक्स नहीं रिन्यू करा रहे पैकेज जिम संचालक औसत 8 से 12 हजार रुपए तक पैकेज लेते हैं। अब वे लोगों से पैकेज रिन्यू करने को फोन कर कह रहे हैं तो लोग पैकेज रिन्यू कराने से मना कर रहे हैं। कोट जिन्होंने जिम खोलने की तैयारी की थी, उन्होंने प्लान कैंसिल कर दिया है। जिम के साथ दूसरे काम करने वाले तो सर्वाइव कर जाएंगे लेकिन जो सिर्फ जिम चलाते हैं, वे दूसरे कारोबार के बारे में सोच रहे हैं। चेतन जब संक्रमण के डर से लोग सैलून नहीं जा रहे हैं तो जिम तो दूर की बात है। जिम खुल जाएंगे तो सेनेटाइजेशन और मेंटीनेंस की जिम्मेदारी बढ़ जाएगी। अब हमें 33 फीसद लोगों वाला फार्मूला यहां भी ध्यान में रखना होगा। सिमरन साहनी जिम में प्रैक्टिस करने वालों की संख्या कम कर दें। लोग मास्क और ग्लब्स पहनकर प्रैक्टिस कर सकते हैं। लॉकडाउन के चलते हम लोगों को जो नुकसान हुआ है, उसे इस साल पूरा नहीं किया जा सकता है। दीना बंधु घोष