एक साल में ही 'गरीब से अमीर' हो गया ये भारतीय खिलाड़ी, जीता है ऐसी जिंदगी
हार्दिक पांड्या ने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत 2016 में की थी। उस वक्त उन्हें बतौर गेंदबाज टीम में शामिल किया गया था। धीरे-धीरे हार्दिक ने अपने खेल को सुधारा। अब वह गेंद को मैदान के बाहर भेजने की क्षमता भी रखते हैं। यही वजह है कि वनडे क्रिकेट हो या टी-20 पांड्या की जगह भारतीय टीम में फिलहाल पक्की है।
हार्दिक के घर में आमदनी का जरिया सिर्फ उनके पिता की सैलरी थी। बाद में जब पिता ने भी नौकरी छोड़ दी तो घर में खाना खाने के पैसे तक नहीं होते थे। कई बार एक बार का खाना भी बड़ी मुश्किल से नसीब होता था।
हार्दिक पांड्या क्रिकेट के बहुत बड़े फैन थे। पूर्व क्रिकेटर किरण मोरे ने पांड्या को अपनी एकेडमी में ट्रेनिंग देने के लिए शुरुआती तीन साल कोई फीस नहीं ली। बस यहीं से पांड्या ने अपने हुनर को नई पहचान दी।
आईपीएल में मुंबई इंडियंस की टीम में शामिल किए गए पांड्या ने शानदार प्रदर्शन कर भारतीय टीम में जगह पाई। सैयद मुश्ताक अली ट्राफी में दिल्ली के खिलाफ एक मैच में पांड्या 1 ओवर में 39 रन बनाए थे। इस ओवर में पांड्या ने पांच छक्के लगाए थे।