कोरोना के खिलाफ जंग में भारत ने एक कदम आगे बढ़ा लिया है। दूर-दराज के इलाकों में जहां कोरोना के टेस्टिंग की कोई व्यवस्था नहीं है। उन क्षेत्रों के लिए सरकार ने मोबाइल प्रयोगशाला की शुरुआत की है।

नई दिल्ली (एएनआई)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने गुरुवार को भारत के ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में COVID-19 परीक्षण के लिए भारत की पहली मोबाइल प्रयोगशाला की शुरुआत की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, "दूर-दराज के क्षेत्रों में परीक्षण सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए, इस तरह के मोबाइल लैब देश के आंतरिक, दुर्गम भागों में विकसित किए गए हैं।"

Launched India&यs first mobile lab for #COVID19 testing to promote last-mile testing access in rural & inaccessible areas of India. Present with me on the occasion was Smt @RenuSwarup Ji, Secretary, @DBTIndia. @IndiaDST pic.twitter.com/Hx72kHUvFz

— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) June 18, 2020


क्या-क्या मिलेगी लैब में सुविधा
आत्मनिर्भर भारत कैंपेन के तहत आंध्र प्रदेश मेड-टेक जोन ने साइंस एंड टेक्नोलाॅजी मिनिस्ट्री के साथ मिलकर भारत में महत्वपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल तकनीकों की कमी को दूर करने के लिए सहयोग किया है। वर्धन ने इस लैब के दायरे के बारे में बताते हुए कहा, "इसमें प्रति दिन 25 आरटी-पीसीआर परीक्षण, प्रति दिन 300 एलिसा परीक्षण और टीबी, एचआईवी के लिए अतिरिक्त परीक्षण सीजीएचएस दरों के अनुसार करने की क्षमता है।"

.@DBTIndia, @IndiaDST with @AP_MedTechZone (AMTZ) has initiated the DBT-AMTZ COMManD (COVID Medtech Manufacturing Development) Consortia to address the shortage of critical healthcare technologies in India & move progressively towards a stage of self-sufficiency@PMOIndia pic.twitter.com/mfvAQgHkmy

— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) June 18, 2020
COVID के खिलाफ लड़ाई
हर्षवर्धन ने कहा, 'हमने फरवरी में एक प्रयोगशाला के साथ COVID के खिलाफ लड़ाई शुरू की थी। आज, हमारे पास देश भर में 953 प्रयोगशालाएँ हैं। इन 953 में से, लगभग 699 सरकारी प्रयोगशालाएँ हैं। भारत ने पिछले 24 घंटों में कोरोना के सबसे ज्यादा केस देखे। बीते एक दिन में भारत में 12,881 COVID-19 लोग पाॅजिटिव आए हैं।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari