- खतरे का निशान पार कर गई सरयू

- गोरखपुर में राप्ती में भी बढ़ने लगा पानी

GORAKHPUR: गोरखपुर में पिछले कुछ दिनों से हो रही झमाझम बारिश ने शहर के लोगों को काफी राहत दी, लेकिन सरयू यानि कि घाघरा में उफान ने लोगों का चैन-व-सुकून छीन लिया है। घाघरा बढ़ने से राप्ती का जलस्तर स्थित हो गया है और आसपास की नदियां उफान पर आ गई हैं। लगातार नदियों में पानी बढ़ रहा है, जिसकी वजह से अब जिला प्रशासन के साथ ही बाढ़ व्यवस्था से जुड़े अधिकारी भी एक्टिव हो गए हैं और अपनी तैयारियों को फाइनल करने में जुट गए हैं। गोरखपुर और आसपास में बहने वाली नदियों की बात करें तो करीब-करीब सभी नदियां अभी खतरे के निशान से नीचे हैं, लेकिन घाघरा का जलस्तर बढ़ने से यहां भी वाटर लेवल में इजाफा हो रहा है।

सभी नदियां उफान पर

गोरखपुर से जुड़ी जितनी भी नदियां हैं, वहां बारिश का पानी आने की वजह से उनमें उफान देखने को मिला। तहसील गोला में 13 बाढ़ चौकी व तहसील खजनी में 11 बाढ़ चौकियों को एक्टिवेट कर दिया गया है। सभी बाढ़ चौकियों पर लाउड हेलर, लाइफ जैकेट, ड्रैगन लाइट व अन्य आवश्यक उपकरण जिला प्रशासन ने उपलब्ध करा दिए गए हैं। जनपद एवं तहसील स्तर पर में इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर 24 घंटे क्रियाशील हो गया है।

पिछली बार चपेट में आए थे दर्जनों गांव

2016, 2017 के साथ ही 2018 में बाढ़ ने काफी परेशानी बढ़ाई थी। नेपाल में हुई बारिश की वजह से गोरखपुराइट्स को भीषण तबाही झेलनी पड़ी थी। नेपाल से सटे सिद्धार्थनगर और महराजगंज में बाढ़ ने तबाही मचा डाली, जिसमें सौ से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ गए। वहीं गोरखपुर में भी सैकड़ों गांव डूब गए और हजारों लोग महीनों बेघर रहे। नेपाल के पानी की वजह से गोरखपुर और आसपास के गांव में पानी भरने लगता है, जिससे राप्ती, रोहिन, घाघरा, कुआनो समेत अन्य तमाम नदियां उफनाने लगती हैं।

यह है नदियों सुबह 8 बजे तक का स्टेटस

नदी जगह डेंजर लेवल 17 सितंबर 18 सितंबर

घाघरा अयोध्या पुल 92.73 मीटर 92.80 मीटर 92.88 मीटर

घाघरा तुर्तीपार 064.1 मीटर 63.82 मीटर 63.97 मीटर

राप्ती बर्डघाट 074.9 मीटर 71.96 मीटर 72.27 मीटर

वर्जन

प्रशासन के लेवल पर सभी तैयारियां की गई हैं। हम लगातार एनडीआरएफ के कॉन्टैक्ट में हैं, कहीं से भी कोई सूचना आती है, तो रिलीफ के लिए टीम हर दम तैयार हैं।

- गौतम गुप्ता, प्रोजेक्ट मैनेजर, डीडीएमए

Posted By: Inextlive