हॉकी के ओलंपिक विजेता खिलाड़ी चरणजीत सिंह का 90 साल की उम्र में हुआ निधन
नई दिल्ली (पीटीआई)। गुरुवार को हॉकी के महान खिलाड़ी चरणजीत सिंह का अपने ऊना स्थित घर पर हार्ट अटैक आने से निधन हो गया। चरणजीत सिंह पिछले 5 सालों स्ट्रोक के चलते बीमार थे । जिसके कारण वह लकवाग्रस्त भी थे।चरणजीत सिंह का इलाज घर पर ही चल रहा था।
ओलंपिक पदक विजेता रह चुके हैचरणजीत सिंह 1960 के टोक्यो ओलंपिक की हॉकी टीम के कप्तान थे। इस टीम ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मैडल जीता था। 1962 के एशियन खेलों में भी सिल्वर मैडल विजेता टीम के सदस्य थे। इसके साथ वह 1960 के ओलंपिक में भी सिल्वर मैडल विजेता टीम के सदस्य थे।
देवभूमि हिमाचल के ऊना में जन्मे पूर्व भारतीय हाकी खिलाड़ी व कप्तान श्री चरणजीत सिंह जी का देवलोकगमन दुखदाई है। आपका देहावसान खेल जगत की एक बहुत बड़ी क्षति है।
चरणजीत जी के नेतृत्व में ही भारतीय टीम ने 1964 में टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था।खेल में उन्हें असाधारण प्रतिभा.. pic.twitter.com/oCowoRjSWl
पत्नी का हो चुका था निधन , परिवार में 3 बच्चे
चरणजीत सिंह जी की पत्नी का निधन 12 साल पहले हो गया था। उनका बड़ा बेटा कनाडा में डॉक्टर था। जबकि छोटा बेटा चरणजीत सिंह जी के साथ ऊना स्थित घर पर रहता था। चरणजीत सिंह जी की बेटी शादीशुदा है और दिल्ली में रहती है।
चरणजीत सिंह जी के छोटे बेटे वीपी सिंह ने मीडिया को बताया कि, "पापा पांच साल पहले एक स्ट्रोक से पीड़ित होने के बाद लकवाग्रस्त हो गए थे। वह छड़ी के साथ चलते थे, लेकिन पिछले कुछ महीनों से उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया और आज सुबह वह हमें छोड़कर चले गए।मेरी बहन के दिल्ली से ऊना पहुंचने के बाद आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।"