Holi 2020: होली के त्योहार को और अधिक इंज्वाॅय करना चाहते हैं तो घर पर ही आसान तरीके से हर्बल कलर बनाना यहां सीखें। होली पर हर तरह के हर्बल रंग बनाए और एक- दूसरे को लगाएं। तो चलिए आपको बताते हैं लाल हरा गुलाबी और पीला रंग कैसे बनाते हैं।

Holi 2020: होली के त्योहार को लोग बहुत धूमधाम से मनाते हैं। इस दिन अगर किसी चीज की सबसे ज्यादा चिंता होती है तो वो हैं केमिकल कलर्स। दरअसल केमिकल कलर्स से स्किन व बालों के साथ- साथ आंखों पर भी बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए घर पर ही हर्बल कलर बना कर उसे होली में इस्तेमाल करें। चलिए आपको बताते हैं होली के सभी कलर्स बनाने की रेसिपी।

हरा

1. मेंहदी/हिना पाउडर को गेंहू के आटे, मैदे अथवा अरारोट के साथ बराबर मात्रा में मिला कर आप हरे रंग का खूबसूरत शेड प्राप्त कर सकते हैं। गीले रंग के लिये दो चम्मच मेंहदी/हिना पाउडर को एक लीटर पानी में डाल कर रात भर के लिये छोड़ दें और सुबह रंग छान लें।

2. गुलमोहर की सूखी पत्तियों को पीस कर अबीर बन सकता है।

3. पालक/धनिया या गेंहू/जौ की नरम पत्तियों को पीस कर होली का हरा तिलक बन सकता है।

पीला

1. हल्दी में बेसन को दोगुनी मात्रा में मिला कर आप बढि़या सूखा पीला रंग प्राप्त कर सकते हैं। बेसन न मिले तो मुल्तानी मिट्टी का प्रयोग कर सकते हैं। गीले रंग के लिए एक लीटर पानी में दो चम्मच हल्दी डाल कर उबाल लें। ठंडा करके प्रयोग करें।

2. अमलतास, गेंदा, क्राइसेन्थिमम, काले बबूल आदि के फूलों की पंखुडि़यों से पीले रंग के विभिन्न शेड प्राप्त किये जा सकते हैं। इनकी पंखुडि़यों को छाया में सुखाकर पाउडर बना लें।

3. धूप में सुखाए गए बेल के गूदे को पीस कर बढि़या सूखा पीला रंग बन जाता है।

4. अमलतास, गेंदा अथवा टेसू के फूलों को रात भर पानी में भीगने दें और सुबह इसी पानी को उबाल लें। ठंडा करके प्रयोग करें।केसरिया1. उज्जैन चंदन (यह पूजा का सामान बेचने वाली अच्छी दुकानों पर मिल जायेगा) को पानी के साथ घिस कर आप होली का सुगंधित केसरिया तिलक बना सकते हैं। अगर किसी को रंग की जगह सुगंध से नहलाना हो तो एक लीटर पानी में इसका एक चम्मच पाउडर घोल कर प्रयोग करें!2. हरसिंगार और सेमल के फूलों को उबाल कर भी केसरिया रंग बना सकते हैं।

लाल

1. लाल रंग के लिए रक्तचंदन (लाल चंदन)से अच्छी कोई चीज नहीं है। यह त्वचा के लिए भी औषधि का कार्य करता है और इसीलिए इसका प्रयोग फेसपैक में होता है! इसके पाउडर को गुलाल, पेस्ट को तिलक तथा तरल को रंग के रूप में प्रयोग किया जा सकता है गीला रंग बनाने के लिए दो चम्मच रक्तचंदन को एक लीटर पानी में डालकर उबाल लें। ठंडा करके प्रयोग करें।

2. गुड़हल के सूखे फूलों को पीस कर आप सूखा लाल रंग प्राप्त कर सकते हैं। मात्रा बढ़ाने के लिए इसमें कोई आटा मिला लें।

3. सिंदूरिया (एनेटो) के बीज पीसकर सूखा लाल रंग प्राप्त किया जा सकता है। गीला रंग बनाने के लिए इसकी दो चम्मच मात्रा को एक लीटर पानी में घोल लें।

4. अनार के लाल दानों और छिलके को पानी में उबाल कर हल्का लाल रंग प्राप्त किया जा सकता है। ठंडा करके प्रयोग करें।

5. टमाटर तथा गाजर के रस को भी लाल रंग की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है।

6. दस लीटर पानी में थोड़ा सा चूना और दो चम्मच हल्दी घोलकर बढि़या लाल रंग तैयार किया जा सकता है।

नीला

1. नीले गुड़हल के सूखे फूलों को पीस कर नीला रंग प्राप्त किया जा सकता है।

2. पाँच चम्मच नील को दस लीटर पानी में घोल कर आप ढेर सारा नीला रंग तैयार कर सकते हैं।

मैजेन्टा

1. एक चुकंदर को कद्दूकस कर लें। इसे एक लीटर पानी में डालकर रात भर के लिए छोड़ दें। अगर तुरंत रंग तैयार करना हो तो कसे हुए चुकंदर को एक लीटर पानी में खूब खौला लें। ठंडा होने पर प्रयोग करें।

2. कचनार के गुलाबी फूलों को रात भर पानी में भिगो कर हल्का गुलाबी रंग बना सकते हैं।

Posted By: Vandana Sharma