मैच जीतकर भी भारत विश्व कप से बाहर
लेकिन दोनों ही टीमों का सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना भी चकनाचूर हो गया.
इससे पहले, दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाज़ी करने का न्यौता दिया था और भारत ने निर्धारित 20 ओवर में छह विकेट पर 152 रन बनाए थे.भारत का पहला विकेट गौतम गंभीर की शक्ल में गिरा. वे आठ रन ही बना सके. उन्हें मॉर्केल ने आउट किया.वीरेंद्र सहवाग भी ज्यादा देर तक विकेट पर नहीं टिक सके और 14 गेंदों पर 17 रन बनाकर आउट हो गए. उनका विकेट पीटरसन ने लिया.पूरे टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करते रहे विराट कोहली इस मैच में कोई कमाल नहीं दिखा पाए और महज दो रन बनाकर पवेलियन लौट गए.इसके बाद रोहित शर्मा और युवराज सिंह ने पारी को संभालने की कोशिश की. रोहित ने 25 और युवराज ने 21 रन बनाए.भारत के लिए सबसे ज्यादा 45 रन सुरेश रैना ने बनाए लेकिन वे खुद को नाबाद नहीं रख सके और अंतिम ओवर में रन आउट गए.
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी नाबाद रहे जिन्होंने 13 गेंदों पर 23 रन बनाए.दक्षिण अफ्रीका की खराब शुरुआतइस समय दक्षिण अफ्रीका को 12 गेंदों पर 24 रनों की जरूरत थी और उसके पास तीन विकेट थे.
बोथा ने अश्विन की गेंद पर जोरदार छक्का जड़ा और अगली ही गेंद पर कैच आउट हो गए. उन्होंने पांच गेंदों पर आठ रन बनाए.दक्षिण अफ्रीका को आखिरी ओवर में 14 रनों की जरूरत थी. आखिरी ओवर बालाजी ने फेंका और उनकी पहली ही गेंद पर जे मार्केल ने छक्का जड़ा.अब दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए पांच गेंदों पर आठ रनों की जरूरत थी.लेकिन बालाजी की अगली ही गेंद पर जे मॉर्केल की शक्ल में दक्षिण अफ्रीका का नौंवा विकेट गिर गया. उन्होंने दस रन बनाए.जे मॉर्केल के बाद बल्लेबाजी करने आए उनके भाई एम मार्केल ने छक्का जड़कर मैच को फिर रोमांचक मोड़ पर ला दिया जहां दक्षिण अफ्रीका को दो गेंदों पर दो रनों की जरूरत थी.लेकिन अगली ही गेंद पर बालाजी ने उनका विकेट चटका दिया और भारत ने दक्षिण अफ्रीका को एक रन से हरा दिया.