अमेरिका में समाज-सेवी कार्यों से नाम कमाने वाले भारतीय-अमेरिकी व्‍यवसायी फ्रैंक इस्‍लाम को मार्टिन लूथर किंग जूनियर अवार्ड से सम्‍मानित किया गया है. फ्रैंक को यह अवार्ड उनकी सिविल एंगेजमेंट एक्टिविटीज के लिए दिया गया है.


भारतीय-अमेरिकी को मिला खास सम्मानअमेरिका में पिछले कई सालों से समाजसेवी कार्यों में लगे भारतीय-अमेरिकी एंट्रप्रेन्योर फ्रैंक इस्लाम को मार्टिन लूथर किंग जूनियर अवार्ड से सम्मानित किया जाना तय हुआ है. मार्टिन लूथर किंग जूनियर मेमोरियल फाउंडेशन के प्रेसीडेंट हैरी जॉनसन ने कहा कि फ्रैंक इस्लाम को यह अवार्ड किंग जूनियर के सपनों को जिंदा रखने में सहायक मुहीम के लिए दिया गया है. कंपनी बेच कर की समाजसेवाउत्तरप्रदेश के आजमगढ़ में पैदा होने वाले फ्रैंक इस्लाम 15 साल की उम्र में अमेरिका जाकर बस गए थे. गौरतलब है कि फ्रैंक सिर्फ 500 अमेरिकी डॉलर्स के साथ अमेरिका पहुंचे थे और इसके बाद धीरे-धीरे अपने व्यवसाय को जमाना शुरू किया. लेकिन साल 2007 में अपनी आईटी कंपनी को बेचकर समाज सेवा के कामों में लग गए. गांधी और किंग में अमिट रिश्ता
इस अवार्ड के लिए चुने जाने के बाद फ्रैंक इस्लाम ने कहा कि महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर किंग जूनियर के बीच एक खास रिश्ता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मार्टिन लूथर किंग जूनियर 1954 में भारत की यात्रा पर गए थे और महात्मा गांधी के कामों से अहिंसा की प्रेरणा ली. फ्रैंक ने कहा गांधी और मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने उनके जीवन में एक लाइटहाउस की भूमिका निभाई है. इसलिए वह एक महान नेता की याद में मिले अवार्ड को पाकर काफी खुशी महसूस कर रहे हैं. फ्रैंक इस्लाम के साथ ही पेगिलियन बार्टेल को डोरोथी आई हाइट लीडरशिप पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

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Posted By: Prabha Punj Mishra