- प्राइवेट कंपनी के स्टाफ से छह अपराधियों ने लूटे थे 5 लाख

- एक को छोड़ पांच अपराधी ढंके थे मुंह, तीन बाइक पर थे सभी सवार

- पुलिस की नजर में अब भी मामला संदेहास्पद

PATNA CITY: चेक मेट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के स्टाफ से हुई भ्.फ्0 लाख रुपए की लूट में म् अपराधी शामिल थे। सभी तीन बाइक पर सवार थे। एक को छोड़कर पांच अपराधी गमछे से मुंह ढंके थे। यह खुलासा प्राइवेट कंपनी के स्टाफ कन्हैया ने किया है, वह रुपए लेकर बैंक में जमा करने जा रहा था। कन्हैया की मानें तो बाइक सवार सभी लुटेरे की उम्र करीब ख्भ्-ख्म् साल की रही होगी। कन्हैया ने पुलिस को बताया कि उस अपराधी को पहचान लेगा जिसने मुंह नहीं ढंका था। वह दिखने में सांवला था।

फिल्मी स्टाइल में लूट

मंगलवार को अगमकुआं आरओबी पर फिल्मी स्टाइल में अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया। गुलजारबाग स्टेशन की ओर से कन्हैया बाइक से आरओबी पर चढ़ा था। शीतला मंदिर की ओर टर्न लेने से पहले एक बाइक उसके सामने रुकी। दूसरी बाइक ओवर टेक कर आगे जाकर रुकी जबकि तीसरी बाइक पीछे से एरिया को कवर कर रही थी।

रुपए नहीं सीधे बैग मांगा

कन्हैया ने बताया कि सामने से अपराधी हथियार सटाते ही गाली-गलौज करने लगे। सीधे बैग मांगा। ज्ञात हो कि कन्हैया के पास तीन बैग था जिसकी भनक अपराधी को हो चुकी थी। भ् लाख फ्0 हजार में सबसे अधिक कैश खाजेकलां स्थित वी मार्ट के थे। कन्हैया के अनुसार ब् लाख ब्ख् हजार क्भ्0 रुपए का कलेक्शन वी मार्ट से किया था। कलेक्शन तीन दिन शनिवार, रविवार और सोमवार का था। इससे पहले सिटी चौक स्थित बजाज एलियांज से 88 हजार ख्फ्8 रुपए कलेक्ट किया था।

किसी स्टाफ ने लीक की सूचना

कन्हैया क्0 महीने से चेक मेट सर्विसेज प्राइवेट कंपनी के लिए काम कर रहा है। वह तीन अलग-अलग बैगों में कैश लेकर जा रहा है, यह जानकारी वी मार्ट के स्टाफ को थी। बजाज एलियांज से कन्हैया पहले ही रुपए कलेक्ट कर चुका था। वी मार्ट से निकलने के बाद वह पश्चिम दरवाजा, दादरमंडी और गुलजारबाग स्टेशन होते हुए अगमकुआं आरओबी पर चढ़ा था। रुपए उसे ओल्ड सेक्रेटेरियट स्थित एसबीआई ब्रांच में जमा करने थे। लेकिन उससे पहले ही अपराधी रुपए लूट लिए। सवाल उठता है कि कहीं वी मार्ट के किसी स्टाफ ने तो सूचना लीक नहीं की?

पुलिस को है अब भी संदेह

पुलिस को अब भी कन्हैया पर संदेह है। पुरे मामले को पुलिस संदेहास्पद मान रही है। वारदात के बाद से आलमगंज थाने की पुलिस ने कन्हैया को डिटेन किया। उससे लंबी पूछताछ की। हालांकि संदेह के बाद भी बुधवार को आलमगंज थाने में पुलिस ने अज्ञात लुटेरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इसकी पुष्टि पटना सिटी के एसडीपीओ राजेश कुमार ने की।

Posted By: Inextlive