ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने अजरबैजान और आर्मीनिया के बीच चल रहे संघर्ष के खतरों से आगाह करते हुए कहा कि यह क्षेत्रीय युद्ध में बदल सकता है। वे शांति चाहते हैं और अपनी सीमा से किसी भी बहाने किसी को आंतकी भेजने की इजाजत नहीं देंगे।


लंदन (राॅयटर्स)। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने बुधवार को अजरबैजान और आर्मीनिया के बीच चल रहे जंगी विवाद के खतरों से दुनिया को आगाह किया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच चल रही जंग क्षेत्रीय युद्ध में बदल सकता है।शांति के लिउ काम करने की मंशाहमें इस बात पर सावधानी बरतनी होगी कि दोनों देशों की जंग क्षेत्रीय युद्ध न बनने पाए। रूहानी ने एक टेलीविजन संबोधन में कहा कि हमारे काम का आधार शांति होना चाहिए।नहीं देंगे आतंकी भेजने की इजाजतउम्मीद है कि इलाके में शांति के रास्ते स्थिरता दोबारा कायम हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी बहाने से हम अपनी सीमाओं से किसी भी देश को आतंकी भेजने की इजाजत नहीं देंगे।तुर्की चाहता है नागोर्नो-करबाख में होता रहे नरसंहार
आर्मीनिया के प्रधानमंत्री निकॉन पशिनियन ने कहा कि तुर्की नागोर्नो-करबाख में नरसंहार जारी रखना चाहता है। इसके लिए तुर्की और अजरबैजान नागोर्नो-करबाख में आतंकी हमलों को अंजाम दे रहे हैं।अंतरराष्ट्रीय अजेरी-टर्किश आतंकी हमलों का सामनास्काई न्यूज से पशिनियन ने कहा कि वे अंतरराष्ट्रीय अजेरी-टर्किश आतंकी हमलों का सामना कर रहे हैं। ओटोमन एंपायर में 1915 से 1923 के बीच 1.5 मीलियन आर्मीनियाइयों काे मारा गया। तुर्की यह नीति अब भी जारी रखना चाहता है।

Posted By: Satyendra Kumar Singh