बम आत्मघाती हमले के बाद इजराइल ने तुर्की को असुरक्षित घोषित किया
बम धमाके के बाद इजराइल ने किया फैसलाइजराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि उसने मौजूदा यात्रा चेतावनी का स्तर बढ़ाने और लोगों को तुर्की की यात्रा नहीं करने की सलाह देने का फैसला किया है। बयान में कहा गया कि इस्लामिक स्टेट समूहों एवं कुर्द अलगाववादियों के हमलों और खासतौर पर शनिवार को हुए बम हमले को देखते हुए तुर्की की यात्रा से जुड़ी मौजूदा चेतावनी का स्तर बढ़ाने का फैसला किया गया है। इस चेतावनी को मौजूदा संभावित खतरे के स्तर से बढ़ाकर मूल ठोस खतरा कर दिया गया है। आतंकवाद को किसी भी तरह से सही नहीं का जा सकता
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि इस्राइल आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई के अग्रिम मोर्चे पर है। उन्होंने कहा कि जो लोग आतंकी हमलों की निंदा करने में विफल रहे हैं। वे दरअसल उनका समर्थन कर रहे हैं। इजराइल के प्रधानमंत्री ने कल साप्ताहिक कैबिनेट बैठक की शुरूआत में कहा आतंकवाद को किसी भी तरह उचित नहीं ठहराया जा सकता। इस्राइल अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अग्रिम मोर्चे पर है। यह लड़ाई प्रमुख तौर पर सैन्य लड़ाई है लेकिन यह उतनी ही नैतिक लड़ाई भी है।आंतकवाद की निंदा न करने वाले हैं समर्थक
प्रधानमंत्री बेंजामिन कहा आतंकवाद के खिलाफ नैतिक संघर्ष का प्रमुख बिंदु एकदम स्पष्ट है। मासूम लोगों की हत्या करने वाले आतंकवाद को कहीं भी उचित नहीं ठहराया जा सकता है। ना तो इस्तांबुल में न ही आइवरी कोस्ट में और न ही यरूशलम में। उन्होंने कहा जो लोग आतंकवाद की निंदा नहीं करते वे आतंकवाद का समर्थन करते हैं। इस्तांबुल में शनिवार को हुई बमबारी में मारे गए तीन इस्राइली लोगों के शव और कई घायलों को इस्राइल डिफेंस फोर्सेस आईडीएफ के विमान से इस्राइल लाया गया।आत्मघाती हमले में हुई इनकी मौतआतंकवादी हमले में मारे गए इस्राइली नागरिकों की पहचान योनाथन सुहेर (40), सिम्हा दिमरी (60) और अव्राहम गोल्डमैन (69) के रूप में हुई है। सुहेर और गोल्डमैन को अमेरिकी नागरिक भी बताया गया है। तुर्की ने इस्लामिक स्टेट के संदिग्ध सदस्य महमत उज्तुर्क को इस हमले का कथित साजिशकर्ता बताया है।