भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का अाज 26वां जन्मदिन है। बुमराह भारत के सर्वश्रेष्ठ याॅर्कर गेंदबाजों में से एक हैं। आइए जानें बुमराह के याॅर्कर बनने की क्या है कहानी...


कानपुर। 6 दिसंबर 1993 को गुजरात में जन्में जसप्रीत बुमराह भारत के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में शामिल हो चुके हैं। मौजूदा टीम इंडिया में बुमराह से बेहतर शायद ही कोई दूसरा बाॅलर हो। दाएं हाथ के गेंदबाज बुमराह की खासियत है उनकी याॅर्कर, खासतौर से डेथ ओवर्स में जब बल्लेबाज बड़ा शाॅट खेलने की कोशिश करता है तब बुमराह की याॅर्कर काम आती है। मगर बुमराह इतनी सटीक याॅर्कर गेंदबाजी कैसे कर लेते हैं, इसके पीछे है बड़ी रोचक कहानी।टीवी पर मैच देखकर करते बाॅलिंग की नकल


राइट आर्म पेसर जसप्रीत बुमराह का जन्म गुजरात के अहमदाबाद में हुआ था। बुमराह की मां स्कूल प्रिंसिपल थी, ऐसे में वह पढ़ाई को लेकर काफी सख्त थी। वह चाहती थी कि उनका बेटा भी विदेश में पढ़ाई कर अच्छी नौकरी करे। मगर बुमराह को तो बचपन से क्रिकेटर बनने का कीड़ा काट चुका था। पिछले साल एक शो 'व्हाॅट द डक' में बुमराह ने बताया था कि, वह दिनभर क्रिकेट मैच देखा करते थे। चूंकि उस वक्त उनकी उम्र छोटी थी, ऐसे में मां बाहर नहीं जाने देती थी। इसलिए पहले वह टीवी पर मैच देखते थे और दोपहर में हाॅल में मैच की प्रैक्टिस करते।मां की डांट से बचने को सीखी याॅर्कर

बुमराह की मानें तो उन्हें बचपन से ही गेंदबाज बनने की चाह थी। वह टीवी पर बड़े गौर से देखते थे कि कौन गेंदबाज कैसी गेंदबाजी कर रहा। फिर उसी की नकल करते। चूंकि दोपहर में घरवाले आराम कर रहे होते हैं, ऐसे में मां की डांट से बचने के लिए बुमराह दीवार के निचले हिस्से के किनारे पर गेंद फेंकते, इससे ज्यादा आवाज भी नहीं आती थी और वह डांट से बच जाते। यही प्रैक्टिस करते-करते बुमराह को याॅर्कर गेंदबाजी करने में मजा आने लगा। इसके बाद जब वह ट्रेनिंग करने आए तो याॅर्कर गेंदबाजी उनकी ताकत बन गई।डेब्यू मैच में किसी ने नहीं की बात

बुमराह ने इंटरनेशनल डेब्यू साल 2016 में किया था। पहला ही मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला। बुमराह ने डेब्यू मैच की यादों का जिक्र करते हुए कहा था कि, उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए तीन-तीन टी-20 और वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुना गया था। मगर वीजा के चलते वह ऑस्ट्रेलिया नहीं जा पाए, बाद में सिडनी में खेले गए अंतिम मुकाबले में बुमराह को टीम इंडिया में आने का मौका मिला। बुमराह जब ऑस्ट्रेलिया पहुंचे तो उनसे किसी ने बात नहीं की। प्रैक्टिस सेशन के दौरान बारिश हो गई, ऐसे में वह नेट में अभ्यास नहीं कर पाए। अगले दिन उन्हें सीधे मैच में उतार दिया गया। उस वक्त तक किसी ने उनसे कोई बात नहीं की थी क्या प्लाॅन है और कैसे बाॅलिंग करनी है। बाद में तत्कालीन भारतीय कप्तान एमएस धोनी उनके पास आए और कहा, तुम जैसे चाहे बाॅलिंग करो। खैर जसप्रीत का पहला मैच शानदार रहा, उन्होंने दो विकेट लिए और भारत मैच जीत गया।ऐसा है बुमराह का इंटरनेशनल करियर26 साल के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने भारत के लिए अब तक 12 टेस्ट खेले जिसमें 62 विकेट अपने नाम किए। वहीं वनडे की बात करें तो इस बाॅलर ने 58 एकदिवसीय मैच खेलकर 103 विकेट चटकाए। इसके अलावा टी-20 इंटरनेशनल में उन्होंने 42 मैच खेलकर 51 शिकार किए। बता दें बुमराह आईपीएल में मुंबई इंडियंस का हिस्सा हैं और 149 टी-20 मैचों में 174 विकेट चटका चुके।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari