Jamshedpur : फ्राइडे को जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज की एक एक्स स्टूडेंट और यूथ कांग्रेस से जुड़ी नलिनी सिन्हा ने कॉलेज की प्रिंसिपल सुमिता मुखर्जी पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया और जवाब में डॉ मुखर्जी ने प्रजेंट प्रोवीसी के इस मामले में अप्रत्यक्ष रूप से शामिल होने के अलावा उन्हें प्रिंसिपल की कुर्सी से हटाने के लिए प्रोवीसी पर किसी भी हद तक जाने की बात कह डाली.

नलिनी ने जो कहा
फ्राइडे को सुबह लगभग 11 बजे जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज से 2012 में पॉलिटिकल साइंस से पीजी पास करने वाली और यूथ कांग्रेस की स्टेट जेनरल सेक्रेट्री नलिनी सिन्हा कॉलेज में बीएड मामले में हुई गड़बड़ी की जानकारी के लिए आरटीआई फाइल करने गई थी। उनका कहना है कि नलिनी सिन्हा का कहना है कि आरटीआई को लेकर उनकी प्रिंसिपल डॉ सुमिता मुखर्जी से बहस हो गई। वे कहती हैं कि माहौल गर्म हो गया और डॉ मुखर्जी ने उनपर स्केल या Žलेड (हमला किससे हुआ यह नलिनी को याद नहीं) से हमला कर दिया। इस हमले में उनके हाथ और गर्दन में चोट आई और Žिलडिंग होने लगी। उसके बाद नलिनी ट्रीटमेंट के लिए एमजीएम हॉस्पिटल पहुंची और ट्रीटमेंट के बाद बिस्टुपुर थाना में प्रिंसिपल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया।


कहा प्रोवीसी इसके पीछे
नलिनी के आरोपों के बाद आई नेक्स्ट ने वीमेंस कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ सुमिता मुखर्जी से बात की। डॉ मुखर्जी ने कहा कि नलिनी नाम की लडक़ी आई थी। आरटीआई फाइल करने की बात सुनकर प्रिंसिपल ने उनसे कॉलेज की स्टाफ के पास जाकर अप्लीकेशन रिसीव कराने को कहा। इसपर नलिनी प्रिंसिपल से ही अप्लीकेशन रिसीव करने को कहने लगी। प्रिंसिपल ने ऐसा करने मना किया तो वह चैंबर से बाहर निकल गई। डॉ सुमिता मुखर्जी ने कहा कि इन सबके पीछे कॉलेज की एक्स प्रिंसिपल और केयू की प्रजेंट प्रोवीसी का हाथ है। उन्होंने कहा कि उनकी बदनामी कराने और प्रिंसिपल की कुर्सी से हटाने के लिए प्रोवीसी किसी भी हद तक जा सकती हैं। एक ही दिन पहले डॉ मुखर्जी ने आई-नेक्स्ट से बात करते हुए कहा था कि प्रोवीसी के कुछ खास लोग कॉलेज में उन्हें सपोर्ट नहीं कर रहे और उन्हें बदनाम करने में लगे रहते हैं।
CCTV का काम करता अगर
प्रिंसिपल के चैंबर में क्या हुआ। नलिनी के आरोप सही हैं या प्रिंसिपल की बात में सच्चाई है। इसको जानने के लिए आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने प्रिंसिपल से चेंबर में लगे सीसीटीवी फुटेज दिखाने को कहा तो उन्होंने जो बताया वह शॉकिंग था। उन्होंने कहा कि चैंबर से सीसीटीवी का कनेक्शन हटा दिया गया है। प्रिंसिपल डॉ मुखर्जी ने कहा कि सीसीटीवी कैमरे का कनेक्शन कॉलेज कैंपस में ही रहने वाली केयू की प्रोवीसी के घर में है। उन्होंने कहा कि वे चैंबर में किसी से कुछ भी बात करती थीं तो वह उन्हें पता चल जाता था और मीडिया में आ जाता। डॉ मुखर्जी ने कहा कि कॉलेज में कंप्यूटर से रिलेटेड काम करने वाले व्यक्ति ने ही सीसीटीवी का कनेक्शन प्रोवीसी के घर में होने की बात कही। उन्होंने यहां तक कहा कि एक्स प्रिंसिपल ने उनके चेंबर में रखे शील्ड के पीछे माइक्रोफोन रिकॉर्डर छिपाकर रखा था जिससे उनकी सारी बात वह सुन लेती थी।


सीसीटीवी फुटेज देखा एसपी ने
वीमेंस कॉलेज मामले में रात 8 बजे सिटी एसपी कार्तिक एस प्रिंसिपल चेंबर पहुंचे। यहां सीसीटीवी के काम नहीं करने से फुटेज नहीं था। एसपी व उनके साथ आई डीएसपी जसिंता केरकेट्टा और बिस्टुपुर थाना इंचार्ज अवध यादव को कॉरीडोर का फुटेज दिखाया गया। फुटेज में दिखा है कि नलिनी दो अन्य लड़कियों के साथ 11:38 पर चेंबर में एंटर करती है और 11:39 पर बाहर आती है। निकलने के बाद वह बगल के कमरे में भी गई थी। उसके बाद बाहर के सीसीटीवी के फुटेज दिखा है कि वह अपना हाथ झाड़ते हुए मेन गेट से बाहर निकलती है।

प्रिंसिपल चेंबर के अलमीरा से सर्विस बुक गायब
रात लगभग 9 बजे कैंपस में आई नेक्स्ट से बात करते वीमेंस कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ सुमिता मुखर्जी ने कहा कि उनके चेंबर के अलमीरा से उनके अलावा लक्ष्मीश्री बनर्जी और डॉ शुक्ला महंती का सर्विस बुक गायब है। उन्होंने डॉ शुक्ला महंती पर आरोप लगाया कि उन्होंने 7 महीने तक उस अलमीरा की चाबी उनको नहीं सौंपा। इसके बाद डॉ मुखर्जी ने केयू के ऑफिसियल्स से बात की तो उन्हें उस अलमीरा का ताला तोड़ देने को कहा गया। उन्होंने जब ताला तोड़ा तो उसमें से तीन सर्विस बुक गायब मिले जिनमें उनके अलावा केयू की एक्स प्रोवीसी डॉ लक्ष्मीश्री बनर्जी और डॉ शुक्ला महंती के सर्विस बुक शामिल हैं। डॉ मुखर्जी ने कहा कि उन्होंने सर्विस बुक गायब होने को लेकर लास्ट मंथ बिस्टुपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराया। उनका कहना था कि डॉ शुक्ला महंती उसी एफआईआर का बदला उनसे ले रही हैं।

मैं वीमेंस कॉलेज में इस बार बीएड में हुए धांधली के संबंध में आरटीआई फाइल करने गई थी। प्रिंसिपल से बहस हो गई और उन्होंने मेरे ऊपर किसी नुकीली चीज से हमला कर दिया। गर्दन और हाथ में चोट आई। मैंने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दिया है।
-नलिनी सिन्हा, वीमेंस कॉलेज की सेशन 2010-12 की पीजी स्टूडेंट

वीमेंस कॉलेज में जो भी हो रहा है वह गलत है। मैं इस मामले पर प्रिंसिपल से बात करूंगा, उनको मिलने के लिए मंडे को बुलाया है। मैं भी बहुत जल्दी कॉलेज विजिट कर सकता हूं।
- आलोक गोयल,  केयू के एक्टिंग वीसी व कोल्हान के कमिश्नर

मेरे ऐसे संस्कार नहीं कि किसी बच्ची पर हमला कर दूं। मुझे पता है कि इस कॉलेज की एक्स-प्रिंसिपल मेरे खिलाफ किसी भी हद तक जा सकती हैं। सीसीटीवी कैमरे का कनेक्शन भी अपने घर में उन्होंने लगा रखा था।
- डॉ सुमिता मुखर्जी, प्रिंसिपल जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज

हमने कॉरीडोर का फुटेज देखा है। अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। हम इस मामले की जांच कर रहे हैं। जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन लिया जाएगा।
- कार्तिक एस, सिटी एसपी

Report by : amit.choudhary@inext.co.in

Posted By: Inextlive