RANCHI : झारखंड के सिमडेगा जिले से एंथ्रेक्स का मामला सामने आने के बाद जहां एक ओर स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ गई है, वहीं लोगों को भी इसका खौफ सता रहा है। स्वास्थ्य विभाग की चिंता इसलिए और बढ़ गई है कि सिमडेगा सदर हॉस्पिटल से एंथ्रेक्स के कई पेशेंट्स फरार हो गए हैं। ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि कहीं इन पेशेंट्स के जरिए दूसरे लोग भी इसके शिकार न बन जाएं, क्योंकि यह बीमारी बहुत तेजी से फैलता है।

सरकार को सौंपी रिपोर्ट

सिमडेगा के कुरुचडेगा गांव में एक महीने में सात लोगों की मौत होने का जानकारी मिलने के बाद रिम्स की मेडिकल टीम को लेकर मुख्य सचिव सजल चक्रवती प्रभावित गांव गए थे। मेडिकल टीम ने गांव के बीमार लोगों का ब्लड सैंपल कलेक्ट किया। इस ब्लड सैंपल को जब टेस्ट किया गया तो यह एंथ्रेक्स पॉजिटिव पाया गया। रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ एनपी साहू ने जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है।

मरे बैल का मांस खाने से फैली बीमारी

ग्रामीणों ने मेडिकल टीम को बताया था कि एक महीना पहले कुछ लोगों ने एक मरे हुए बैल का मांस खाया था। उसके बाद से ही ग्रामीण बीमार होने लगे और सात लोगों की अबतक मौत हो गई। इस बीमारी का लक्षण है कि शरीर में अचानक चकत्ते निकलने लगता है और पेशेंट की सिचुएशन गंभीर हो जाती है।

पहली जांच में पुष्टि नहीं

ख्0 अक्टूबर को भी डॉक्टर्स की टीम ने गांव जाकर बीमार लोगों के ब्लड का सैंपल लिया था, पर इस सैंपल को प्रॉपर वे में नहीं लिए जाने की बात कहकर रिम्स के माइक्रो बायोलॉजी डिपार्टमेंट के डॉक्टर्स ने टेस्ट नहीं किया था। इसके बाद ख्भ् अक्टूबर को रिम्स के डॉक्टर्स की टीम ने गांव जाकर तीन बीमार लोगों के ब्लड सैंपल का सैंपल ले उसे टेस्ट किया, जिसके बाद एंथ्रेक्स बीमारी से इनके ग्रसित होने की बात सामने आई।

Posted By: Inextlive