हादसा हुआ, तो मुश्किल होगा आसपास के लोगों का बचना
RANCHI: खाना बनाने की भट्ठी की तपिश, 20 फ ट पर वेल्डिंग मशीन की चिंगारियां, मल्टीप्लेक्स, कार शोरूम और पेट्रोल पंप से घिरे घरेलू गैस के एक दर्जन से ज्यादा असुरक्षित गोदाम। एक में 1500 सिलेंडर, मतलब अगर एक गैस गोदाम में दुर्घटना हुई तो रांची में बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता है। एक गोदाम की दुर्घटना कम से कम पांच किलोमीटर क्षेत्र को चपेट में ले सकती है। कई गोदाम दो-दो किलोमीटर के दायरे में हैं। ऐसे में एक गोदाम की दुर्घटना दूसरे गोदाम को भी चपेट में ले लेगी। एक भी गोदाम ऐसा नहीं है, जो सुरक्षा के मापदंडों पर खरा उतरे। इन सबके बावजूद जिम्मेवार खामोश हैं।
चार गुना तेज गैस की आगसामान्य आग से अगर व्यक्ति चार परसेंट जलेगा तो गैस की आग से 100 परसेंट। आम आग से गैस की आग 25 गुना ज्यादा तेजी से जलाती है। ऐसे में पटाखा गोदाम से भी ज्यादा घातक गैस गोदाम होते हैं।
कितना खतरनाक है गैस गोदाम में विस्फोटगैस गोदाम में शार्ट-सर्किट या किसी भी मामूली सी चिंगारी या सिलेंडर लीक होने पर सिलेंडर के रबर का वॉल्व पिघल जाता है। इसमें आग लगते ही पास के दूसरे सिलेंडर के वॉल्व भी पिघलने लगते हैं। इनकी चेन बन जाती है। इसके बाद सिलेंडर का फ टना शुरू होता है। सिलेंडर और उसके अवशेष फ टने के साथ गोली की गति से बिखरते हैं और विध्वंस मचा देते हैं।
। क्या कहते हैं जिम्मेदार गैस गोदाम शहर के बीच में है। जल्द ही इसकी जांच की जाएगी। एक्सपलोसिव डिपार्टमेंट कैसे शहर के बीच वाले गैस गोदाम को लाइसेंस देता है, यह उसका कार्य क्षेत्र है। लेकिन हम लोग इसकी जांच करेंगे और जो नियम की अनदेखी करेंगे, उसपर कार्रवाई भी की जाएगी। राय महिमापत रे, डीसी, रांची इंडियन ऑयल कारपोरेशन के जितने भी गैस गोदाम रांची शहर के बीच में हैं, उसकी जिम्मेवारी कंपनी को नहीं है। गैस गोदाम के लिए लाइसेंस देने का काम एक्सप्लोसिव डिपार्टमेंट करता है। हर साल डिपार्टमेंट द्वारा जांच की जाती है कि जो नियम है उसके अनुसार गैस गोदाम का संचालन हो रहा है कि नहीं, गैस गोदाम संचालक एक्सप्लोसिव लाइसेंस नियम के अनुसार ही चल रहे हैं या नहीं यह सारी जिम्मेवारी उसकी होती है। इंडियन आयल कारपोरेशन को इससे कोई लेना-देना नहीं है कि हमारी कंपनी का कौन सा गोदाम कहां पर है। प्रणय कुमार, मैनेजर, इंडियन ऑयल कारपोरेशनजो गैस गोदाम हैं, उनको भीड़-भाड़ वाले इलाके से बाहर होना चाहिए। कंपनी द्वारा सभी एजेंसी से भी कहा जाता है कि गैस गोदाम शहर के बीच होना कितना खतरनाक है। गैस गोदाम कहां रहना चाहिए इसका लाइसेंस एक्सप्लोसिव डिपार्टमेंट देता है। डिपार्टमेंट द्वारा गैस गोदाम के एनओसी भी दिए जाते हैं, अब एक्सेसिबिलिटी कैसे तय करता है कि शहर में गैस गोदाम होना चाहिए या नहीं यह उस पर निर्भर करता है ।
सौरभ जायसवाल, मैनेजर, एचपी गैस । क्या कहती है पब्लिक शहर के बीच में जो गैस गोदाम बने हैं और घरों के आसपास जो छोटे गैस से गैस बदलकर भरा जाता है वह कभी भी हादसों की वजह बन सकता है। हम लोगों के पास शिकायत करने के लिए भी किसी संबंधित व्यक्ति की जानकारी नहीं होती। लेकिन गैस गोदाम शहर के बाहर होना चाहिए। भारत भूषण, कोकर गैस गोदाम शहर के बीच होने के कारण हमेशा हादसों का डर बना रहता है। शहर के बीच में गैस से भरा हुआ ट्रक हमेशा गुजरता है। इसके कारण भी बड़ा हादसा हो सकता है, इसके लिए गैस एजेंसी संचालकों को आगे आना होगा और गैस गोदाम को शहर के बाहर करना होगा। राजेश कुमार, अशोक विहार