>Ranchi : मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट क्वालिफाई करने व काउंसलिंग के बाद एडमिशन से वंचित किए छात्रों को अबतक सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। उनसे मिलने न तो मुख्यमंत्री आए और न ही उनकी मांगों पर पहल हो रही है। गवर्नर हाउस के सामने ये स्टूडेंट्स पिछले ख्0 अगस्त से धरना और अनशन पर बैठे हुए हैं। इस बाबत हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई होगी। गुरुवार को बीजेपी लीडर संजय सेठ इन स्टूडेंट्स से मिलने के लिए धरनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने स्टूडेंट्स की बात एमएलए रघुवर दास से कराई। रघुवर दास ने बताया कि झारखंड हाईकोर्ट में इस मामले पर सुनवाई के दौरान स्टूडेंट्स की ओर से बहस करने के लिए दिल्ली से वकील बुलाए गए हैं।

कम कर दी गई हैं सीट्स

एमसीआई के डायरेक्शन पर रिम्स, एमजीएम कॉलेज एंड हॉस्पिटल जमशेदपुर और पीएमसीएच धनबाद में एमबीबीएस सीट्स की संख्या कम कर दी गई है। ऐसे में कई स्टूडेंट्स का काउंसलिंग और कॉलेज अलॉट किए जाने के बाद एडमिशन कैंसिल कर दिया गया। ऐसे में इन स्टूडेंट्स का धरना और अनशन लगातार जारी है।

अनशन कर रहे हैं स्टूडेंट्स

रांची की अनुप्रिया ने जेवीएम श्यामली से क्ख्वीं पास की है। इन्हें सेकेंड टर्म के दौरान एडमिशन से वंचित किया गया। बोकारो के डीपीएस से 9क् परसेंट मा‌र्क्स के साथ क्ख्वीं करनेवाले अमन कुमार को भी सेकेंड टर्म में निकाला गया। थर्ड टर्म के दौरान रांची की अपराजिता और गिरिडीह के इकबाल का एडमिशन रद किया गया, जबकि रांची के रुद्रांशु बनर्जी को सेकेंड सेम में एमबीएएस की पढ़ाई छोड़नी पड़ गई।

हाईकोर्ट में सुनवाई आज

स्टेट के तीन मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की सीट घटाए जाने के मामले में हाईकोर्ट में दायर स्टेट गर्वमेंट और स्टूडेंट्स की पिटीशन पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति एस चंद्रशेखर की बेंच ने इसे एक्टिंग चीफ जस्टिस डीएन पटेल और जस्टिस पीपी भट्ट की बेंच में सुनवाई के लिए भेज दिया। इस मामले पर अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी। गौरतलब है कि एमबीबीएस में एडमिशन के लिए झारखंड संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद की ओर से फ्0 अगस्त को स्टूडेंट्स की काउंसलिंग होगी।

Posted By: Inextlive