RANCHI: राजधानी में पूजा पंडालों के पट खुल गए हैं। वहीं कई पूजा पंडालों में पट सोमवार को खुल जाएंगे। पूजा पंडालों में आग से निपटने की व्यवस्था नहीं थी। लेकिन किशोरगंज की घटना के बाद पूजा समिति के पदाधिकारियों की नींद खुल गई है और पंडालों में आग से निपटने के पर्याप्त इंतजाम कर लिए गए हैं। सभी पंडालों में जगह-जगह फायर एक्सटिंग्विशर लगाए जा चुके हैं ताकि आग लगने की स्थिति में तत्काल काबू पाया जा सके। बताते चलें कि शनिवार को किशोरगंज स्थित पंडाल में शार्ट सर्किट की वजह से आग लग गई थी। इस घटना में पूरा पंडाल जलकर खाक हो गया था। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया था।

भीड़ वाले पंडालों में खतरा

रांची के अलावा आसपास के सटे इलाकों में 150 से अधिक पूजा पंडाल बनाए जाते हैं। इसमें से राजधानी के मुख्य पंडालों समेत सामान्य पंडालों की संख्या करीब 50 है। इन पंडालों में काफी संख्या में लोग माता का दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। वहीं बकरी बाजार, अपर बाजार, कचहरी चौक, मेन रोड, रेलवे स्टेशन, हरमू, रातू रोड, बांधगाड़ी, रिम्स चौक और बूटी मोड़ के पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। वहीं डेकोरेशन के लिए जगह-जगह से बिजली के तार भी गुजरते हैं। ऐसे में अगर कहीं आग लगने की घटना होती है तो बड़ा नुकसान हो सकता है।

वर्जन

हमलोगों ने पहले से ही फायर एक्सटिंग्विशर लगा रखा था। लेकिन घटना के बाद हमने और भी फायर एक्सटिंग्विशर मंगवा लिया है ताकि किसी भी अनहोनी से निपटा जा सके। पानी के अलावा बालू और आग बुझाने के सभी उपाय कर लिए गए हैं। इसके अलावा पंडाल में इमरजेंसी नंबर भी है ताकि घटना की तत्काल जानकारी दी जा सके।

मुनचुन राय, संरक्षक, रांची जिला दुर्गा पूजा समिति

किशोरगंज की घटना से सभी को अलर्ट हो जाने की जरूरत है। चूंकि शार्ट सर्किट कहीं भी हो सकता है। लाइटिंग के लिए तारों का जाल बिछाया जाता है। ऐसे में हमें पहले से ही तैयार रहना होगा। पंडाल में पानी के अलावा बालू और फायर फाइटिंग सिस्टम भी लगाया गया है। इसके बारे में पंडालों में भी गाइडलाइन लगाई गई है ताकि पब्लिक को भी इसकी जानकारी हो।

रामधन वर्मन, अध्यक्ष, महानगर दुर्गा पूजा कमिटी

Posted By: Inextlive