रांची: राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स को एम्स बनाने की बात हर बार की जाती है। लेकिन, रिम्स में व्यवस्था सुधरने का नाम ही नहीं ले रही है। चाहे सफाई का मामला हो या फिर मरीजों को बेहतर सुविधा देने का। अब तो हॉस्पिटल में ही इंफेक्शन बांटने का मुक्कमल इंतजाम है। इमरजेंसी से लेकर अंदर वार्ड तक बायो मेडिकल वेस्ट जहां-तहां छोड़ दिया जा रहा है, जिससे मरीजों के साथ ही उनके परिजनों को इंफेक्शन का डर सता रहा है। इसके बावजूद न तो प्रबंधन इस ओर ध्यान दे रहा है और न ही सफाई एजेंसी वाले।

ट्राली से बेडशीट गायब

इमरजेंसी में हर दिन 400 मरीज आते हैं। जिन्हें तत्काल ट्राली उपलब्ध करायी जाती है। इसके लिए डिस्पोजेबल बेडशीट की भी व्यवस्था की गई थी ताकि मरीजों को इंफेक्शन से बचाया जा सके। वहीं एक मरीज के जाते है बेडशीट हटाकर नया लगाया जाना था। कुछ दिन तक तो यह व्यवस्था ठीक चली। अब बेडशीट ट्रॉली से गायब हो गए हैं। वहीं यूज्ड सीरिंज के अलावा गंदगी भी ट्राली पर रहती है। इससे इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को इंफेक्शन हो सकता है।

3 करोड़ सालाना भुगतान

हॉस्पिटल में सफाई के लिए एजेंसी को काम दिया गया है। जिसे हर साल 3 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान किया जाता है ताकि हॉस्पिटल में सफाई रहे। लेकिन सफाई एजेंसी वाले भी लंबे समय से काम करते हुए हैबिचुअल हो चुके हैं। कुछ दिन चकाचक रखने के बाद स्थिति पहले जैसी हो जाती है। इसके लिए एजेंसी के सुपरवाइजरों को झाड़ लगाई जाती है और व्यवस्था सुधारने को कहा जाता है। फिर सबकुछ वैसे ही चलता रहता है।

दोबारा झांकने तक नहीं आते स्टाफ

हॉस्पिटल में हर वक्त 1500 से अधिक मरीज एडमिट रहते हैं। इनका इलाज अलग-अलग वार्डो में चलता रहता है। अब वार्डो में मरीज है तो कचरा निकलना स्वभाविक है। लेकिन वेस्ट मैनेजमेंट नहीं होने के कारण कचरा वार्ड में बिखरा रहता है। जबकि इसी काम के लिए एजेंसी ने स्टाफ को बहाल कर रखा है। ये लोग एक बार सफाई के बाद दोबारा झांकने तक नहीं आते। फिर चाहे कचरा क्यों न मरीजों के लिए परेशानी बन जाए।

कैंपस में भी कचरे का अंबार

हॉस्पिटल कैंपस में भी वीआईपी विजिट के समय सफाई कराई जाती है। लेकिन बाकी के दिनों में कचरे का अंबार लगा रहता है। कैंपस में जगह-जगह कचरा जमा है। जिसकी सफाई नहीं होने से दुर्गध आने लगी है। वहीं दुकान वाले अब ट्रामा सेंटर के बाहर भी कचरा फैला रहे हैं। जिससे बाहर से आने वाले लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

Posted By: Inextlive