RANCHI: नक्सली संगठन का एरिया कमांडर हो पोलित ब्यूरो का मेंबर हो या पीएलएफआई का जोनल कमांडर या टीपीसी के मारक दस्ता का मेंबर हो ये सभी सिटी को अपना सेफ जोन बना रहे हैं. नक्सली यहां अपनी गलत पहचान बताकर लोगों के बीच ही रह रहे हैं. ये रांची के पिस्कामोड़ बरियातू डोरंडा के पॉश एरियाज चुटिया वद्र्धमान कंपाउंड कांके रोड व तुपुदाना एरियाज में फ्लैट लेकर रहते हैं. इतना ही नहीं ये लोग अपनी फैमिली को भी रांची में ही रखते हैं और यहां अपने बच्चों को कॉन्वेंट स्कूल्स में पढ़ाते हैं. यह खुलासा हुआ है पुलिस हेडक्वार्टर को स्पेशल ब्रांच द्वारा दी गई रिपोर्ट में.


Agent बनकर रहते हैं यहां


नक्सली और उनकी फैमिली जिस फ्लैट में रहते हैं, वहां पड़ोसियों या किसी और को कोई शक न हो, इसलिए वे अपना नाम बदल लेते हैं और खुद को गवर्नमेंट ऑफिस का स्टाफ या किसी इंश्योरेंस कंपनी का एजेंट बताते हैं। स्पेशल ब्रांच की टीम ने पुलिस हेडक्वार्टर को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें कहा गया है कि नक्सली पंडरा के लक्ष्मीनगर, चटकपुर, तुपुदाना, बूटी मोड़ एरिया में किराए के मकान में मजदूर या किसी कंपनी का एजेंट बनकर रहते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि रातू के सिमलिया व कमड़े में नक्सलियों ने अपना घर भी बना लिया है। जब नक्सलियों को घेरने की तैयारी की जाती है, तो वे सिटी में आकर आराम से फ्लैट और किराए के मकान में छिप जाते हैं। पुलिस दबिश कम होने के बाद वे फिर अपने संगठनों के कामों में जुट जाते हैं।

सफेदपोश देते हैं पनाह


स्टेट के अदर डिस्ट्रिक्ट्स से आनेवाले नक्सलियों को सिटी के कुछ सफेदपोश लोग पनाह देते हैं। पुलिस से बचने के लिए उनके द्वारा नाम बदल लिए जाते हैं या उन्हें रिश्तेदार बता दिया जाता है। पुलिस सोर्सेज के मुताबिक, सिटी के ऐसे कुछ सफेदपोशों को पुलिस ने आइडेंटिफाई किया है, जो नक्सलियों के मददगार हैं। पुलिस उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई कर रही है।

Posted By: Inextlive