RANCHI: रिम्स में एकबार फिर मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। किचन के आसपास गंदगी फैली है और वहीं बीच में हजारों मरीजों का खाना पकाया जा रहा है। इस वजह से कीड़े-मकोड़ों का भी प्रकोप बढ़ गया है। अगर जल्द ही कचरा नहीं हटाया गया तो मरीजों को परोसा जाने वाला खाना जहरीला हो सकता है। इसके बावजूद 15 दिनों से कचरे का उठाव नहीं कराया जा रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या फिर मरीज के खाने में कीड़ा मिलने के बाद ही प्रबंधन की नींद खुलेगी।

गंदगी से बढ़ गए कीड़े

किचन में मक्खियां भिनभिना रही हैं। इसके लिए रेगुलर किचन में सफाई भी कराई जाती है। इसके बावजूद मक्खियों का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। वहीं गंदगी के कारण कीड़े भी बढ़ गए हैं। इतना ही नहीं, खिड़कियों के शीशे टूटे होने और दरवाजे खुले रहने के कारण आसानी से मरीजों के खाने तक कीड़े पहुंच सकते हैं।

खत्म करने को जला रहे कचरा

कचरा नहीं उठाए जाने को लेकर किचन मैनेजर ने भी कई बार कंप्लेन की। लेकिन सफाई कराने को लेकर कोई गंभीर नहीं है। वहीं धीरे-धीरे कचरा को जलाया भी जा रहा है, ताकि उसे खत्म किया जा सके। लेकिन जाने-अनजाने यह भी हास्पिटल में इलाज करा रहे मरीजों के लिए खतरनाक साबित होगा ही।

1200 मरीजों का बनता है डेल खाना

हास्पिटल में हर दिन 1200 मरीजों का खाना बनाया जाता है। इसके लिए अलग-अलग मशीनों में डिश भी तैयार किए जाते हैं। अगर इस बीच किसी डिश में कीड़ा चला जाए तो उसका पता लगाना मुश्किल है। ऐसे में सीधा मरीज के पास पहुंचने पर ही इसकी जानकारी मिल पाएगी।

वर्जन

सफाई नहीं किए जाने की जानकारी मिली है। पहले तो नगर निगम कचरा उठा रहा था। वहीं, बाद में हमारे सफाई कर्मी कचरे की सफाई करा रहे थे। अब संबंधित लोगों को सफाई कराने का निर्देश दिया जाएगा। इस तरह की लापरवाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

-डॉ। गोपाल श्रीवास्तव, डिप्टी सुपरिंटेंडेंट, रिम्स

Posted By: Inextlive