केवल पॉश इलाकों में घूम रही हैैैं फागिंग मशीन. गली-मोहल्लों में बरसात की आमद के साथ ही बढ़ गए मच्छर. मलेरिया का है खतरा परेशानी सुनने वालों ने भी खींचे हाथ.


रांची(ब्यूरो)। बारिश का सीजन शुरू होने के साथ ही राजधानी रांची में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। इससे मलेरिया समेत अन्य मच्छर जनित बीमारियों का खतरा मंडराने लगा है। इससे निजात पाने के लिए लोग फॉगिंग की गुहार लगा रहे हैैं, लेकिन रांची नगर निगम का ध्यान सिर्फ वीआईपी के मुहल्लों में ही फॉगिंग करने पर है। वार्ड पार्षद भी अपने वार्ड में फॉगिंग करने के लिए बार-बाह आग्रह कर रहे हैं, लेकिन उनके वार्ड में गाड़ी ही नहीं पहुंच रही है। रोस्टर बना, लेकिन लागू नहीं
रांची नगर निगम ने फ ॉगिंग के लिए रोस्टर तैयार किया था। इस बाबत वार्डो के हिसाब से हेल्पलाइन नंब नंबर भी जारी किए गए थे, ताकि जिन इलाकों में फॉगिंग नहीं होगी तो लोग फ ोन कर फ ागिंग के लिए बुला सकते हैं। लेकिन, लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। जब वार्ड पार्षद के कहने पर गाडिय़ां नहीं पहुंच रही हैैं, तो आम पब्लिक के कहने से क्या होगा। निगम की प्लानिंग भी फेल


रांची नगर निगम लोगों को मच्छरों से छुटकारा दिलाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है। इसके बावजूद सिटी में मच्छर कम नहीं हो रहे हैं। नगर निगम की फ ॉगिंग गाडिय़ां महीने में केवल दो दिन ही वार्ड में भेजने की योजना बनाई गई थी, लेकिन वह भी फेल हो गई। कहीं एक दिन भी नही रांची नगर निगम क्षेत्र में 53 वार्ड हैं, इन वार्डो में फ ॉगिंग के लिए नगर निगम ने तीन कोल्ड फ ॉगिंग मशीनों की खरीदारी की थी। ऐसे में तीन मशीनों के हिसाब से रोस्टर तैयार किया गया है, जिसमें वार्डों में हर महीने दो दिन का शेड्यूल बनाया गया, जबकि कुछ वार्डों में तो एक ही दिन का रोस्टर है, वहां भी नहीं हो रहा है। करोडों की मशीन है निगम के पासफ ॉगिंग पर हर महीने नगर निगम के लाखों रुपए केवल डीजल पर खर्च हो जाते थे। इससे बचने के लिए नगर निगम ने पानी से फ ॉगिंग वाली मशीन खरीदी। जिसमें एक करोड़ पांच लाख रुपए की तीन मशीनें मंगाई गईं। इसके बाद भी रेगुलर फॉगिंग नहीं हो रही है। इस सीजन में होते हैं बीमार

बरसात के मौसम में सबसे अधिक लोग मच्छर काटने से बीमार होते हैं। इसलिए मानसून आने से पहले हीं मुहल्ले के लोग वार्ड पार्षद के पास जाकर गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें बस सांत्वाना ही मिल रहा है। एक वार्ड पार्षद ने आरोप लगाया कि निगम कुछ पार्षदों पर ही मेहरबान है। मुख्य सड़कों में फ ॉगिंग नगर निगम क्षेत्र के 53 वार्डों में 2 लाख 10 हजार हाउस होल्डर्स रजिस्टर्ड हैं। 16 लाख लोग रांची के शहरी क्षेत्र में हैं। रांची नगर निगम के पास 16 फ ॉगिंग मशीनें हैं। इनमें तीन कोल्ड फ ॉगिंग मशीनें और 13 थर्मल फ ॉगिंग मशीनें हैं। नगर निगम के हेल्थ सेक्शन से रोस्टर भी तैयार किया जाता है, लेकिन नगर निगम की गाडिय़ां मुख्य सड़कों में फ ॉगिंग कर निकल जा रही हैैं, जबकि अन्य इलाके में फ ॉगिंग के नाम पर केवल आईवॉश किया जा रहा है।

वार्ड में फागिंग कराने के लिए निगम में बार-बार बोलने के बावजूद गाड़ी नहीं मिल रही है। वार्ड में दो दिन का रोस्टर दिया गया था, लेकिन वह भी पूरा नहीं हो रहा है। सिर्फ वीआईपी इलाके में ही फागिंग हो रही है। अर्जुन यादव, वार्ड पार्षद, वार्ड नंबर-10

Posted By: Inextlive