RANCHI: केंद्र सरकार ने 50 या इससे अधिक बेड वाले सभी निजी अस्पतालों में अपना ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट अनिवार्य रूप से लगाने को कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर इसे सुनिश्चित कराने को कहा है। उन्होंने क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट (रजिस्ट्रेशन एंड रेगुलेशन) एक्ट, 2010 के अधीन यह कार्रवाई करने को कहा है। उन्होंने यह भी कहा है कि यदि राज्य स्तर पर लागू नियमावली में इसका प्रावधान नहीं है तो इसे शामिल किया जाना चाहिए। तबतक के लिए उन्होंने एक्ट के सेक्शन 28 के तहत इसे अनिवार्य करने को कहा है।

लागू नहीं हुआ आदेश

राज्य में कोरोना मरीजों के इलाज में ऑक्सीजन की कमी होने पर राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने मई के पहले सप्ताह में ही 50 या इससे अधिक बेड वाले सभी निजी अस्पतालों में पीएसए ऑक्सीजन प्लांट लगाने के निर्देश सभी उपायुक्तों को दिए थे, लेकिन इसका अभी तक अनुपालन नहीं हो पाया है। अपर मुख्य सचिव ने सभी जिलों के डीसी को निजी अस्पतालों के प्रबंधन को निर्देश देने को कहा था। उन्होंने उपायुक्तों से भविष्य में मरीजों के बढ़ने या अगली लहर की आशंका को देखते हुए 45 दिनों के भीतर इसका अनुपालन कराने को कहा था।

गिनी-चुनी जगह ही पहल

मई माह में जारी आदेश का अनुपालन निजी अस्पतालों ने कितना किया, स्वास्थ्य विभाग ने इसकी समीक्षा अभी नहीं की है। हालांकि, विभाग ने इसे लेकर औषधि प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। इधर, बताया जाता है कि गिने-चुने निजी अस्पतालों ने ही इस पर पहल की है। रांची में राज अस्पताल, आलम अस्पताल में इसकी पहल हुई है। पूर्वी सिंहभूम में उपायुक्त ने अभी इसे लेकर निजी अस्पतालों के साथ बैठक ही की है और इसके लिए निर्देश दिए हैं। देवघर में 50 बेड के एकमात्र अस्पताल मां ललिता अस्पताल को भी इसके लिए हाल ही में निर्देश ही दिए गए हैं।

सदर में लगने लगा प्लांट---फोटो इसमें लगाएं

सरकारी अस्पतालों की बात करें तो 52 जगहों पर पीएसए प्लांट लगाए जा रहे हैं। चार जिलों में यह प्लांट शुरू भी हो चुका है। राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों, सदर अस्पतालों तथा कुछ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ऐसे प्लांट लगाए जा रहे हैं। इनमें से अधिसंख्य प्लांट का निर्माण पीएम केयर फंड से हो रहा है। रांची में सदर अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाना शुरू हो चुका है। सोमवार को इसके लिए काम भी हुआ। यहां 20 किलोग्राम क्षमता के लिक्विड ऑक्सीजन सिलेंडर स्थापित किया गया है। इधर, रांची के रिम्स अस्पताल में 13,000 लीटर का ऑक्सीजन टैंक बनाया गया है, जिससे रिम्स के ट्रॉमा सेंटर और अन्य कोरोना वार्ड में ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है।

Posted By: Inextlive