Ranchi : रंगों से भरी रंगोली जब रिम्स में सजी तो देखनेवाले देखते ही रह गए. ये रंगोलियां उन्हीं हाथों का करिश्मा थीं जो पेशेंट के जख्म सीकर उन्हें जिंदगी देते हैं और उनके चेहरे पर मुस्कान लाते हैं. रिम्स के फिजियोलॉजी डिपार्टमेंट में आयोजित रंगोली सजाओ कॉम्पटीशन में रंगोली बनानेवाली स्टूडेंट ऋतिका ने बताया- डॉक्टरी हमारा पेशा है पर आर्टिस्टिक एक्सप्रेशन हमारा शौक है और इस शौक से हम अपने इंडियन कल्चर को रिफ्लेक्ट कर रहे हैं. रिम्स में चल रहे सिनर्जी में फ्राइडे को रंगोली सजाओ कॉम्पटीशन में कुल 21 रंगोलियां बनाई गईं और हर टीम को इसे बनाने के लिए डेढ़ घंटे का टाइम दिया गया. इवेंट में फस्र्ट पोजीशन लोहड़ी की थीम पर बनाई गई रंगोली ने हासिल की.

धर्मों की एकता को दिखाया

पांचवें नंबर की रंगोली सजानेवाली रिम्स की 2013 बैच की स्टूडेंट्स ऋतिका, शालिनी, शबनम ने बताया- हमने ओम की शक्ल में गणेश भगवान को अपनी रंगोली में दिखाया है। ओम का स्वर भगवान का स्वर है, ब्रह्म का नाद है। इसमें हमने धर्मों की एकता को दर्शाया है और बताना चाहा है कि चाहे हर धर्म को माननेवालों के विचार अलग-अलग हों, पर असल में भगवान एक ही है।

प्रथम पूज्य गणेश

रिम्स के गलियारे में रंगोली नंबर एक सजानेवाली ऐश्वर्या ने बताया- हमने अपनी रंगोली में प्रथम पूज्य गणेश को पोर्टे्र किया है। इसमें हरे रंग से पान का पत्ता भी बनाया गया है, जो ऑस्पीशियस तो है ही, देश की यूनिटी को भी रिप्रेजेंट करता है। इस रंगोली के थ्रू हम इंडिया के माइथोलॉजिकल बिलीफ को डिपिक्ट कर रहे हैं, जिसमें यह माना जाता है कि हर पूजा से पहले भगवान गणेश की पूजा होती है। इस रंगोली को ऐश्वर्या के साथ रिया, नीलू और नेहा अग्रवाल ने मिलकर बनाया था।

मयूरपंख में कृष्ण की पसंद

रंगोली संख्या तीन बनानेवाली रिम्स की 2013 बैच की स्टूडेंट प्राची ने बताया- हमने अपनी रंगोली में भगवान कृष्ण के प्रिय मयूरपंख को पोट्र्रे किया है। इसके थ्रू हमने इंडियन कल्चर को भी रिफ्लेक्ट किया है। वहीं, अपनी रंगोली में डांडिया को दर्शानेवाली दिया, सोनाली, फलक और श्रुति की टीम ने बताया- हमारी रंगोली का थीम डांडिया है। इस रंगोली को सजाने के लिए हमने चायपत्ती, चावल और सूजी जैसे नेचुरल प्रोडक्ट्स का यूज किया है और बताया है कि नेचर के साथ रहकर ही हमारा एग्जिस्टेंस बना रह सकता है, उससे खिलवाड़ करके नहीं।

कमल फूल से रंगोली 

अपनी रंगोली में कमल फूल के साथ रंगोली बनानेवाली टीम की स्टूडेंट्स ने बतया- रंगोली का नीला रंग पानी है, जो पृथ्वी पर सबसे ज्यादा है, वहीं पीला रंग सूरज का संकेत है, जो दर्शाता है कि पृथ्वी का सोर्स ऑफ एनर्जी सूरज है। रंगोली बनाओ कॉम्पटीशन में 2013, 2010 और 2012 बैच की स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया। इसके अलावा कैलीग्राफी व फेस पेंटिंग कॉम्पटीशन का भी हुआ।


Posted By: Inextlive