जर्जर रोड व अधूरी नालियों ने बिगाड़ी वार्ड चार की सूरत
RANCHI : वार्डो का जिस तरीके से परिसीमन हुआ है, उससे वार्ड संख्या - 4 में रहने वाले लोगों को सहूलियत होने की बजाय समस्याएं ज्यादा झेलनी पड़ रही है। सीवरेज-ड्रेनेज बनाने के नाम पर रोड में गढ्डे खोदकर छोड़ दिए गए हैं। ऐसे में इन सड़कों पर वाहन चलाना तो दूर, पैदल चलना भी मुश्किल जान पड़ रहा है। इतना ही नहीं, नाली के अभाव में उसका गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। बिजली की बात की जाए तो तार के लोड से बिजली के खंभे तक झुक गए हैं। वार्ड में कई मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। ऐसे में यहां लोग नारकीय जिंदगी जीने को मजबूर हैं।
परिसीमनमोरहाबादी रोड में पोटपोटो नदी पर स्थित पुल से लेंब बस्ती के पास लेंब चौक, बूटी रोड में हरिहर सिंह मोड़ से बड़गाई चौक, बड़गाई चौक से बड़गाई रोड में लेंब चौक नगर निगम सिमाना, मोरहाबादी रोड में पोटपोटो नदी पर स्थित पुल से कुसुम विहार चौक, रामकृष्ण आश्रम, दिव्यायन तालाब, शाही जामा मस्जिद, हरिहर सिंह रोड अंजलि अपार्टमेंट तक।
। रोड पर चलना आसान नहींइस वार्ड के ज्यादातर सड़कों की हालत जर्जर है। इसके पीछे सीवरेज-ड्रेनेज के नाम पर रोड में गढ्डे कर छोड़ देना है। कई सड़कों की हालत यह है कि यह जहां-तहां से उखड़ने लगी है। अगर जल्द ही इन सड़कों की मरम्मत नहीं कराई गई तो यहां कई हादसे हो सकते हैं।
सड़कों पर बह रहा नाली का पानी वार्ड के कई मुहल्लों में नालियां तो जरूर बनाई गई हैं, लेकिन उन्हें कनेक्ट नहीं किया गया है। ऐसे में उसका गंदा व बदबूदार पानी रोड पर जहां-तहां बह रहा है। लेकिन इस ओर न तो पार्षद और न ही निगम के अफसरों का ध्यान है। झुक गए हैं बिजली के पोल इस वार्ड में दशकों पहले लगाए गए बिजली के पोल की भी स्थिति अच्छी नहीं है। खासकर लोहे के पोल अब जवाब देने लगे हैं। धीरे-धीरे ये झुक रहे हैं, लेकिन इन पोल को बदलने की कवायद नहीं की जा रही है। ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। मोहल्ला कुसुम विहार, दिव्यायन, सोम विहार, भरम टोली, डॉक्टर्स कॉलोनी, बिरयातू नया टोली, पीएचइडी कॉलोनी, फायरिंग रेंज, बड़गाईं बस्ती का कुछ इलाका और बरियातू मस्जिद पब्लिक डिमांड रोड की हालत में हो सुधार नालियों को सीवरेज से जोड़ा जाए बिजली के खंभों को बदला जाए पानी आपूर्ति की व्यवस्था दुरुस्त हो जवाब दो पार्षद जीसवाल : रोड की जर्ज हालत के लिए कौन जिम्मेवार है?
जवाब : सीवरेज-ड्रेनेज के चक्कर में रोड बनाने का काम नहीं हो पा रहा है। रोड संख्या छह का टेंडर हो चुका है, फिर भी हमारे पास कोई ऑप्शन नहीं है। सवाल : सीवरेज बिछाने के बाद भी नालियों को इससे क्यों कनेक्ट नहीं किया गया? जवाब : जिस कंपनी को काम मिला था, उसने किसी तरह पाइपलाइन तो बिछा दिया, पर इससे नालियों को नहीं कनेक्ट किया गया। अगर उसी दौरान यह काम भी हो जाता तो आज इतनी परेशानी नहीं उठानी पड़ती। सवाल : पानी और बिजली को लेकर भी यहां के लोग परेशान है? जवाब : पानी की समस्या की जहां तक बात है तो हमने अपने फंड से भी कई जगह एचवाइडीटी लगाया है और कुछ लगाने की भी योजना है। बिजली के खंभे भी जल्द ही बदलने की योजना है।