-अपर बाजार में लगे बैरीकेड हुए बेकार

-बेतरतीब गाडि़यों के आवागमन से लग रहा जाम

--न पार्किंग सुधरी न वन वे सिस्टम हुआ सक्सेस

ह्मड्डठ्ठष्द्धद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

RANCHI (26 स्नद्गढ्ड): स्टेट के सबसे बड़े मार्केटिंग हब राजधानी स्थित अपर बाजार में सारे नियम-कानून फेल हैं। सालों बाद ना पार्किंग व्यवस्था सुधर पाई है और ना वन-वे सिस्टम ही सक्सेस हो पाया है। इतना ही नहीं, बैरिकेडिंग का भी यहां कोई मतलब नहीं है। बेखौफ गाडि़यों के आने-जाने से अक्सर ट्रैफिक जाम लगा रहता है। अपर बाजार से सटे हर गली की हालत दयनीय है, यहां पूरे दिन जाम लगा रहता है। चाहे रंगरेज गली हो, सोनार पट्टी, रणधीर प्रसाद लेन या दूसरी कोई भी गली, जाम की समस्या यहां आम हो गई है। गलियां भी इतनी संकरी हैं कि कभी भी बड़ा हादसा होने पर गंभीर कैजुअल्टी से इनकार नहीं किया जा सकता है।

बोले पुलिसकर्मी-लोग बात ही नहीं मानते

अपर बाजार में भीड़ से बचने के लिए बैरिकेडिंग की गई थी, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हो रहा है। रोड के दोनों साइड से गाडि़यों का आना-जाना आज भी लगा रहा है। वहीं बैरिकेडिंग के पास डयूटी पर तैनात पुलिस कर्मी भी इन गाडि़यों पर ध्यान नहीं देते हैं। ट्रैफिक पुलिस सिर्फ समय काटने का काम करती है। कई चौराहों पर पुलिस है ही नहीं। पुलिस होने या न होने का कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ रहा है। महावीर चौक के पास डयूटी दे रहे एक पुलिसकर्मी ने बताया कि लोग बात ही मानते हैं। बार-बार मना करने के बाद भी लोग वही काम करते हैं।

रोड पर दुकान

अपर बाजार सबसे व्यस्त इलाका है। यहां सैकड़ों दुकानें हैं। हर दिन 50 हजार लोग खरीदारी करने पहुंचते हैं। लेकिन यह मार्केट बहुत ज्यादा अनसेफ है। कभी भी किसी तरह की अगलगी या अन्य हादसा होने पर भगदड़ जैसे हालात हो सकते हैं। बाजार के दुकानदारों ने सड़क पर भी अतिक्रमण कर रखा है। 12 से 14 फीट चौड़ी सड़क पर दोनों ओर से एन्क्रोचमेंट कर लिया गया है। इससे सड़क की चौड़ाई मात्र चार से पांच फीट ही बचती है। जिसमें गाडि़यों का भी आना-जाना लगा रहता है और पैदल भी लोग चलते ही हैं।

हवा हुआ वन-वे सिस्टम

अपर बाजार राजधानी का सबसे बिजी शॉपिंग प्लेस है। सितंबर माह में इस इलाके में वन-वे सिस्टम लागू किया गया था। लेकिन व्यावसायियों ने ही इसका विरोध करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे यह सिस्टम अब पूरी तरह धवस्त हो चुका है। वन वे को संभालने के लिए 30 ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को जिम्मेवारी सौंपी गई थी। लेकिन वर्तमान में सिर्फ चार से पांच पुलिसकर्मी ही हैं। अपर बाजार में जाम को लेकर पूरे दिन लोगों में बहस होती रहती है। हर आधे घंटे में यहां रोड ब्लॉक हो जाता है। स्कूल, कॉलेज होने की वजह से स्टूडेंट्स का भी यहां से गुजरना होता है।

पार्किंग भी ऑन रोड

अपर बाजार में पार्किंग की सुविधा भी नहीं है। सभी दुकानदार अपनी दुकानों के बाहर ही गाडि़यां खड़ी कर देते हैं। इससे रोड का बड़ा हिस्सा पार्किंग में चला जाता है। पैदल चलने वालों को भी मुश्किल होती है। इसके अलावा रिक्शा, ठेला, ऑटो भी गलियों में जाम को बढ़ावा देते हैं। एक रिक्शा घुसते ही गली दोनों साइड से ब्लॉक हो जाती है। इसके बाद घंटों जाम में फंसे रहिए।

Posted By: Inextlive