पिछले कुछ वर्षों पर नजर डालें तो साल 2015 रोजगार सृजन के लिए काफी सुस्‍त रहा। एक रिपोर्ट के मुताबिक देश के 8 प्रमुख श्रम गहन उद्योगों में पिछले साल रोजगार सृजन 7 साल के न्यूनतम स्तर पर रहा।

जानें सात सालों में कैसे गिरा ग्रॉफ :-
- 2009 में 12.8 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन किया गया था।
- 2010 में 8.7 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन किया गया था।
- 2011 में 9.29 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन किया गया था।
- 2012 में 3.21 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन किया गया था।
- 2013 में 4.19 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन किया गया था।
- 2014 में 4.21 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन किया गया था।
- 2015 में इन क्षेत्रों में 1,35,000 रोजगार के अवसर सृजित हुए।
लगातार हो रही हानि
सर्वे के अनुसार पिछले साल की अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में इन आठ महत्वपूर्ण क्षेत्रों में उससे पहले तिमाही की तुलना में रोजगार के 20,000 अवसरों की हानि हुई। जुलाई से सितंबर की अवधि में उससे पिछली तिमाही की तुलना में इन क्षेत्रों में 1.34 लाख रोजगार के अवसर बढ़े थे।
क्या ऐसे होगा बदलाव
ब्यूरो जनवरी 2009 से इन तरह का सर्वे कर रहा है जिसका उद्देश्य वैश्विक अर्थव्यवस्था में बदलाव का इन 8 क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों के प्रभाव का आकलन करना है। इन क्षेत्रों में वस्त्र एवं परिधान, चमड़ा, धातु, वाहन, रत्नाभूषण, परिवहन, सूचना प्रौद्योगिकी, बीपीओ और हैंडलूम, पावरलूम जैसे चुनिंदा क्षेत्र शामिल हैं।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari