- आईएमए का दावा, बच्चों का रिजल्ट खराब करने में ंजंकफूड का बड़ा योगदान

- बढ़ती बीमारियों के साथ ही घटने लगी है पढ़ने की क्षमता

Meerut : जंक फूड ने बच्चों के रिजल्ट को डाउन कर दिया है। ये सुनने में भले ही अजीब लग रहा हो। मगर ये बात बिल्कुल सही है कि रिजल्ट को कमजोर बनाने में सबसे बड़ा हाथ जंक फूड और आजकल के खानपान का ही है। हाल में आईएमए की रिसर्च ने साबित कर दिया है कि जंक फूड ने पिछले कुछ सालों में प्राइमरी लेवल के बच्चों दिमाग को कमजोर कर दिया है और उनमें बीमारियों से लड़ने की क्षमता को भी कम कर दिया है।

ब्0 प्रतिशत बच्चों का रिजल्ट डाउन

आईएमए ने अभी दिल्ली में प्राइमरी लेवल के लगभग फ् हजार बच्चों पर रिसर्च की है, जिसमें यह पाया गया कि जिन बच्चों के लंच बॉक्स में लगातार कुछ महीनों से जंक फूड मिला, उनका रिजल्ट हर बार डाउन ही पाया गया। इनमें ब्0 प्रतिशत बच्चों का रिजल्ट तो पिछले कुछ सालों में काफी खराब हो गया है। ये सभी बच्चे अक्सर लंच बॉक्स में जंकफूड ही लाते थे। डॉक्टर्स के चेकअप के दौरान बच्चों की दिमागी क्षमता कमजोर पाई गई।

दिमाग पर असर

आजकल बच्चे जंकफूड जैसे पिजा, समोसा, बर्गर, पैटीज आदि चीजों को खाने में ज्यादा पसंद करते हैं। बदलते खानपान और लाइफस्टाइल के कारण ही बच्चों में रोगों से लड़ने की क्षमता बेहद कम हो गई है। उनमें विभिन्न बीमारियां जैसे सिर दर्द, जुकाम, पेट की बीमारियां बच्चों में बेहद सामान्य रूप से बनने लगी है। अधिकतर बीमार रहने की वजह से बच्चों की याद करने की क्षमता कम होने लगी है। बच्चों को याद करने के लिए एक लेसन दिया गया, जिसे अगले दो दिन बाद बच्चे भूल चुके थे। याद करने के बाद एकदम भूलने की बीमारी फ्0 प्रतिशत बच्चों में पाई गई। चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ। रीनू शर्मा ने बताया कि बच्चों में सबसे ज्यादा याद रखने की क्षमता होती है। लेकिन जो रोजाना जंकफूड खाते हैं, उनकी याद करने की क्षमता धीरे-धीरे न के बराबर हो जाती है।

कमजोर हो जाता है दिमाग

सीबीएसई काउंसलर डॉ। पूनम देवदत्त का कहना है कि अगर बच्चा रोजना बीमार रहता है तो उसका दिमाग कमजोर हो जाता है, क्योंकि लगातार बीमार होने की वजह से वह पढ़ाई से दूर रहते हैं। बच्चों की दिमागी कसरत न हो पाने की वजह से वह घर में रहकर और भी बीमार हो जाता है और उसका दिमाग काम करना बंद कर देता है। इसलिए याद करने की क्षमता को ठीक रखने के लिए दिमागी कसरत होना बेहद जरुरी है।

नहीं हो पाती है ग्रोथ

जंक फूड न केवल बच्चों के दिमाग को कमजोर करता है, बल्कि इसे खाने से बच्चों की ग्रोथ भी रुक जाती है। डायटिशिन डॉ। भावना गांधी ने बताया कि आजकल के बच्चों को वो चीजें ज्यादा पसंद नहीं है, जो उनके लिए वास्तव में ठीक है। इसी कारण उन्हें प्रोटीन, विटामिन पूरे नहीं मिल पाते हैं। जिसके कारण वह ज्यादा बीमार रहने लगता है और उसकी ग्रोथ भी रुक जाती है। आजकल बच्चों को पिजा, बर्गर, चाऊमीन और मैगी जैसी चीजें ज्यादा पसंद हैं, जबकि इस तरह की चीजें ज्यादा खाने से बच्चे की सेहत को नुकसान होता है।

बच्चों को ज्यादा जंक फूड नहीं देना चाहिए। इससे पेट की परेशानियां सबसे ज्यादा होती है। अधिकतर बीमारियां पेट की परेशानी के कारण ही होती हैं।

-डॉ। तुनराज सिरोही, फिजीशियन

जंकफूड खाने से उनकी बच्चों में बीमारियां ज्यादा पनपती है। इससे उनकी ग्रोथ तो रुकती ही है साथ ही उनके दिमाग पर भी असर पड़ता है। इसलिए बच्चों को पौष्टिक आहार देने की कोशिश करें।

-नीलिमा, डाइटीशियन

Posted By: Inextlive