दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को दिल्ली आबकारी नीति घोटाले के सिलसिले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार को लेकर आम आदमी पार्टी विरोध कर रही है। वह इस मामले में भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साध रही है।

बेंगलुरु (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी (आप) की कर्नाटक इकाई ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को दिल्ली आबकारी नीति घोटाले के सिलसिले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने की कड़ी निंदा की है। सोमवार को यहां मीडिया को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता पृथ्वी रेड्डी ने कहा, वहां दिल्ली की एक्साइज पॉलिसी में कुछ भी गलत नहीं है। यहां यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि नई आबकारी नीति अभी तक दिल्ली में लागू नहीं हुई है और कई राज्यों में एक ही नीति लागू है। हालांकि केंद्र सरकार के जांचकर्ता लगभग एक साल से मनीष सिसोदिया को निशाना बना रहे हैं, लेकिन आरोपों को साबित करने के लिए सबूतों का एक टुकड़ा भी नहीं मिला है। कोई नकद या कोई अवैध दस्तावेज नहीं मिला है।

केवल आप में ही भाजपा का सामना करने की ताकत
इसके साथ ही यह भी कहा कि भाजपा को यह अहसास है कि केवल आप में ही उसका सामना करने की शक्ति है और क्योंकि भाजपा राजनीतिक रूप से हमसे मुकाबला करने में असमर्थ है। इसलिए वह इस तरह की परेशानी पैदा करने के लिए अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा, "आप कर्नाटक सहित पूरे देश में फल-फूल रही है। भाजपा लोगों का आप के पक्ष में होना बर्दाश्त नहीं कर सकती। मनीष सिसोदिया को केंद्र सरकार ने सीबीआई के माध्यम से गिरफ्तार किया है, इस डर से कि वह कर्नाटक चुनाव के प्रचार के लिए आने पर यहां के सरकारी स्कूलों की दुर्दशा पर सवाल उठा सकते हैं।

सीबीआई ने इस वजह से गिया था सिसोदिया को अरेस्ट
इसलिए हम न केवल गिरफ्तारी के लिए तैयार हैं, बल्कि हम देश और लोगों की खातिर अपनी जान कुर्बान करने के लिए भी तैयार हैं। प्रवक्ता ने आगे कहा कि कई विदेशी देशों ने भी राष्ट्रीय राजधानी के सरकारी स्कूलों में आप द्वारा लाई गई शिक्षा में क्रांति की सराहना की है। शिक्षा मंत्री के रूप में मनीष सिसोदिया ने 25,000 अत्याधुनिक स्कूल कक्षों का निर्माण किया है और लगभग 20 लाख छात्रों के भविष्य की ठोस नींव रखी है। बता दें कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कल अरेस्ट हुए थे। सीबीआई ने कहा कि सीधे जवाब देने की बजाए वे गोलगोल घुमा रहे थे तथा जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे।

Posted By: Shweta Mishra