- शरद पूर्णिमा स्नान के साथ कार्तिक मेले का आगाज

- बलुआ घाट में यमुना स्नान के लिए भोर से ही जुटी भीड़

शरद पूर्णिमा स्नान के साथ कार्तिक मेले का आगाज

- बलुआ घाट में यमुना स्नान के लिए भोर से ही जुटी भीड़

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: शरद पूर्णिमा स्नान के साथ ही बलुआघाट पर कार्तिक मेले का आगाज हो गया। पूर्णिमा पर पंचक व चंद्रग्रहण का योग होने के कारण श्रद्धालुओं ने जमकर डुबकी लगाई। बलुआघाट पर भीड़ व अव्यवस्था के कारण श्रद्धालुओं को मुश्किलों का सामना भी करना पड़ा।

उधर बलुआघाट पर एक माह के लिए लगने वाले कार्तिक मेले की सफलता के लिए बाबा समाज सेवी संस्था के मेंबर्स ने विशेष पूजन व हवन किया। कार्तिक मेले में सिटी के साथ ही आस पास के दूर दराज एरिया से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान करने पहुंचते हैं। वेडनसडे को कार्तिक के पहले दिन भोर से ही श्रद्धालुओं की भीड़ घाट पहुंचने लगी थी।

कार्तिक मेले का है अपना महत्व

बलुआघाट पर महीने भर चलने वाले कार्तिक मेले के बारे में एरिया के पार्षद सतीश केसवानी ने बताया कि मेला सैकड़ों वर्षो से आयोजित हो रहा है। पौराणिक मान्यता के अनुसार यमुना देवी यमराज की बहन हैं। इसलिए कार्तिक में जो भी व्यक्ति पूरे महीने यमुना नदी में स्नान करता है, उसे यमराज का डर नहीं होता। इस महीने में पड़ने वाले विशेष स्नान पर्व धनतेरस, दीपावली, भाई दूज, परीवा, डिठवन एकादशी, डाला छठ, कार्तिक पूर्णिमा पर यमुना स्नान का विशेष महत्व है। इस कारण बड़ी संख्या में सिटी के साथ ही अन्य एरिया से भी लोग स्नान के लिए यहां पहुंचते हैं।

क्राकरी की सजती है मार्केट

बलुआघाट पर कार्तिक मेले के दौरान क्राकरी समेत अन्य सामानों की विशेष मार्केट भी सजती है। जहां से लोग अपने रोज मर्रा के सामानों की खरीदारी करते हैं। खासतौर पर इस मेले में क्राकरी के अन्तर्गत कप, प्लेट व दूसरे ऐसे सामानों की मार्केट से लोग जमकर खरीदारी करते हैं। इसलिए भी सिटी के लोगों को इस मौके का खास इंतजार रहता है।

Posted By: Inextlive