कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो इन दिनों पूरे पर‍िवार के साथ सात द‍िवसीय भारत दौरे पर हैं। हाल ही में कनाडा के पीएम के लिए आयोजित डिनर पार्टी के ल‍िए खालिस्तानी आतंकी जसपाल अटवाल को बतौर मेहमान न्योता भेजे जाने पर हंगामा हुआ। इसके बाद कनाडाई पीएमओ ने बताया क‍ि अटवाल का निमंत्रण रद्द कर दिया गया है। अटवाल एक भारतीय मंत्री पर जनलेवा हमले का दोषी है। आइए जानें इस पूरे मामले के बारे में...


सोफिया ग्रेगोरी ट्रूडो संग खिचवाई तस्वीर जसपाल अटवाल को खालिस्तान समर्थक आतंकी बताया जा रहा है। ऐसे में भारत के दौरे पर आए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की एक डिनर पार्टी में जसपाल को आमंत्रण भेजे पर विरोध होने लगा। डिनर प्रोग्राम का आयोजन कनाडा उच्चायोग के द्वारा किया गया था। हालांकि बाद में उसे रद्द कर दिया। इतना ही नहीं कथित तौर पर जसपाल अटवाल ने जस्टिन ट्रूडो की पत्नी सोफिया ग्रेगोरी ट्रूडो से 20 फरवरी को मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में मुलाकात की। इस दौरान जसपाल ने सोफिया ग्रेगोरी ट्रूडो के साथ फोटो के लिए कई पोज भी दिए। सूत्रों के मुताबिक, जसपाल अटवाल ने कनाडा के बुनियादी ढांचा और समुदाय मंत्री अमरजीत सोही के साथ भी फोटो खिंचाए।मल्कियत सिंह सिद्धू की हत्या का प्रयास
जसपाल अटवाल पंजाब के मंत्री, मल्कियत सिंह सिद्धू की हत्या का प्रयास कर चुका है। वह खालिस्तान समर्थक रहा है। इसके अलावा जसपाल बैन किए गए इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन में काम करता था। इसे 1980 के दशक की शुरुआत में कनाडा सरकार ने आतंकी संगठन घोषित किया था। 1986 में अटवाल को पंजाब के पूर्व मंत्री मलकीत सिंह सिद्धू और तीन अन्य लोगों को वैंकूवर आईलैंड में जानलेवा हमला करने के केस में दोषी ठहराया गया था। जसपाल उन चारों लोगों में शामिल था, जिन्होंने सिद्धू की कार पर घात लगाकर हमला किया था और गोलियां चलाई थीं। इसके अलावा अटवाल को 1985 में एक ऑटोमोबाइल फ्रॉड केस में भी दोषी पाया गया था।स्वर्ण मंदिर की खूबसूरती देख निहाल हुए कनाडाई PM, पंजाब CM से भी की मुलाकात

Posted By: Shweta Mishra