पीडीएफ के बहाने किशोर ने फिर सीएम को घेरा
कहा, पीडीएफ को लेकर संगठन से नहीं हो रहा राय-मशविरा
-चुनाव से पहले स्थिति होनी चाहिए साफ-किशोर उपाध्याय -फिर उठाई कार्यकर्ताओं के सम्मान की बात, कहा-सांसदों को लिखूंगा पत्र देहरादूनप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने पीडीएफ के बहाने एक बार फिर अपनी ही सरकार को आड़े हाथ लिया है। किशोर उपाध्याय ने कहा कि पीडीएफ नेताओं के मुद्दों पर मुख्यमंत्री ने क्या फैसला किया है, यह वे ही जानें। मंगलवार को कांग्रेस भवन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किशोर उपाध्याय ने कहा कि मिशन 2017 को लेकर पीडीएफ की क्या भूमिका होगी यह तय करने का वक्त आ गया है। पीडीएफ भले ही कांग्रेस का महत्वपूर्ण सहयोगी रहा है और अभी भी है। हम उसका सम्मान करते हैं, लेकिन चुनाव से पहले यह तय करना होगा कि आगे क्या करना है। पीसीसी अध्यक्ष ने कहा कि अजीब सी परिस्थितियां पैदा हो गई हैं जिनको स्पष्ट करना जरूरी है।
संगठन का न हो नुकसान
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने फिर दोहराया कि सरकार को संगठन की चिंता करनी होगी। जिला और ब्लॉक स्तर पर कार्यकर्ताओं का ख्याल रखना जरूरी है। इसके लिए वे सरकार से बात कर चुके हैं। साथ ही वे सांसदों को पत्र लिखेंगे और कहेंगे कि वे जिला और ब्लॉक स्तर पर अपने प्रतिनिधि तय करें।
बॉक्स सतर्क रहे हर कार्यकर्ता पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि उन्होंने जिला और ब्लॉक स्तर पर कार्यकर्ताओं को भ्रष्टाचार के खिलाफ सजग रहने को कहा है। उन्होंने कहा है कि कहीं भी किसी प्रकार का भ्रष्टाचार दिखता है या फिर कोई शिकायत मिलती है तो सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर इसकी सरकार से शिकायत करें और खुद लड़ाई लड़ने को आजाद हैं। वर्जन पीडीएफ से क्या बातचीत हुई है इसकी जानकारी संगठन को नहीं है। इस पर विचार मंथन की जरूरत है। चुनाव से पहले स्थिति साफ होनी चाहिए। किशोर उपाध्याय, पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय क्या कह रहे हैं, इस बारे में फिलहाल हम कुछ नहीं कह सकते हैं। लेकिन मुख्यमंत्री व कांग्रेस के साथ सलाह-मशविरा के बाद कुछ कहने की स्थिति में होंगे। हरीश चंद्र दुर्गापाल, पीडीएफ सदस्य व काबिना मंत्री। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय सरकार को गाइड कर रहे हैं। वे प्रदेश में संगठन के मुखिया हैं और संगठन सरकार से बड़ा है। किशोर जी के बयानों को पॉजिटिवली लिया जाना चाहिए। इंदिरा हृदयेश, वित्त मंत्री।