- आरएनसीसी में मेंटेनेंस का प्रेशर तो बढ़ गया लेकिन स्टाफ्स की है कमी

- कॉमन रूम नहीं होने की वजह से नाइट ड्यूटी वालों को हाती है परेशानी

- कैंटीन में स्पेस नहीं, खानापूर्ती के लिए पीछे साइड लगा दिया गया है एक शेड

PATNA : राजेंद्र नगर कोचिंग कॉम्प्लेक्स ईस्ट सेंट्रल रेलवे का सबसे बड़ा कोचिंग कॉम्प्लेक्स है। टर्मिनल से खुलने वाली गाडि़यों का यहां मेंटेनेंस तो होता ही है साथ ही रिसीव कोच भी यहां बड़ी संख्या में आते हैं। पटना, दानापुर, राजगीर आदि जगहों से भी कोच को यहां लाकर ठीक किया जाता है। इस वजह से आरएनसीसी पर हमेशा काम का दबाव रहता है, लेकिन जिस हिसाब से यहां काम का दबाव होता है उसके अकॉर्डिग सुविधायें नहीं हैं।

कैंटीन भी ढंग की नहीं

कर्मचारियों की लंबी लड़ाई और मांग के बाद ख्0क्फ् में यहां एक कैंटीन की व्यवस्था की गयी, लेकिन इस कैंटीन के पास पर्याप्त स्पेस नहीं है। खानापूर्ती के लिए कैंटीन के पीछे एक शेड लगा दिया गया है। कैंटीन कर्मी ने बताया कि हमारे पास इतना भी स्पेस नहीं है कि हम कैंटीन का सारा सामान यहां रख सकें। बस किसी तरह यह कैंटीन चल रहा है। सूत्रों की मानें तो कैंटीन के लिए पच्चीस कुर्सी, चार टेबल और एक टीवी भी अलॉट किया गया है। ये सारे सामान दानापुर मंडल में रखे हैं। बताया गया कि स्पेस की कमी की वजह से सामान दानापुर से नहीं लाया जा रहा है। मालूम हो कि यहां काम कर रहे स्टाफ के लिए कॉमन रूम की मांग भी लंबे समय से की जा रही है। कॉमन रूम नहीं होने से रात में जिनकी ड्यूटी लगती है उन्हें ज्यादा परेशानी होती है। कर्मियों ने बताया कि यूनियन और डीआरएम की बैठक के दौरान कई बार इस मांग को उठाया जा चुका है।

आरएनसीसी में है स्टाफ की कमी

आरएनसीसी में कोच के मेंटेनेंस में लगे कर्मियों की कमी लंबे समय से है। हर साल आरएनसीसी में मेंटेनेंस के लिए आने वाली ट्रेनों की संख्या बढ़ती है। ख्0क्ब् में भी कुछ ट्रेनों की संख्या बढ़ी। ख्9 जनवरी को शुरू हुए पटना बेंगलुरु प्रीमियम ट्रेन का मेंटेनेंस भी यहीं होना है। बताया कि अगले महीने एक और नई ट्रेन आरएनसीसी के हवाले कर दी जाएगी। मेंटेनेंस के लिए आने वाली ट्रेनों की संख्या तो हर साल बढ़ती है लेकिन इसमें लगे स्टाफ्स की संख्या जस की तस है। मालूम हो कि आरएनसीसी को सात सौ स्टाफ्स की आवश्यकता है लेकिन फिलहाल पांच सौ स्टाफ्स ही कार्यरत हैं।

सिक लाइन का किया जा रहा विस्तार

आरएनसीसी के सिक लाइन का विस्तार किया जा रहा है। फिलहाल यहां दो लाइन और छह डग हैं। विस्तार हो जाने के बाद कुल आठ डग हो जाएंगे। इसके बाद एक साथ बारह कोच का मेंटेनेंस हो सकेगा। विस्तार होने के बाद आरएनसीसी के सिक लाइन की क्षमता और भी बढ़ जाएगी। मालूम हो कि हार्डिग पार्क और दानापुर के कोचिंग कॉम्प्लेक्स का भी बहुत काम आरएनसीसी में होता है। व्हील चेंज, ट्रॉली चेंज, टायर टर्निग आदि का काम न तो दानापुर में होता है और न ही हार्डिग पार्क में। हार्डिग पार्क में सिर्फ पिट लाइन है और यहां मात्र वाशिंग मेंटेनेंस का काम होता है। आरएनसीसी के विस्तार होने के बाद यहां और भी ट्रेन मेंटेनेंस के लिए लाये जाएंगे साथ ही स्टाफ्स की संख्या में भी इजाफा होगा।

विस्तारीकरण का काम जल्द ही समाप्त हो जायेगा। एक दिन में फिलहाल छह कोच का मेंटनेंस होता है विस्तार के बाद आठ कोच का मेंटनेंस होने लगेगा। रही बात कैंटीन की तो उसे भी धीरे-धीरे रिइन्नोवेट कर लिया जायेगा।

श्रवण कुमार, सीनियर डीएमई

Posted By: Inextlive