महा गठबंधन बनने के साथ ही बिहार में शराबबंदी के बारे फैसला लेने की बात कही गयी थी। इसी दिशा में अपनी बात पर खरा उतरने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एलान किया है अगले वर्ष एक अप्रैल से राज्य में शराबबंदी लागू कर दी जायेगी।

हवाई नहीं साबित हुआ चुनावी वादा
चुनाव से पहले और प्रचार के दौरान किया अपना वादा निभाते हुए बिहार के मुख्यमंत्री ने प्रदेश में शराबबंदी का ऐलान कर दिया है और ये साबित करने का प्रयास किया है कि वे हवाई बातें नहीं करते। नीतीश ने आज बताया कि आगामी वर्ष में 1 अप्रैल से प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू हो जाएगी। ये वादा बिहार में गरीबों की स्थिति सुधारने के मद्दे नजर किया गया गया था।

शराब के सेवन से बबार्द हो रहे हैं परिवार

नीतीश के मुताबिक, गरीब लोग शराब के सेवन करते हैं इससे उनके परिवार बर्बाद हो रहे हैं। बच्चों को शिक्षा नहीं मिल पा रही है। घरेलू हिंसा में इजाफा हो रहा है। शराबखोरी से सबसे ज्यादा महिलाओं को परेशान होना पड़ रहा है। महिलाओं की खुशी के लिए हम यह फैसला लेने जा रहे हैं।

राजस्व  के नुकसान को किया नजर अंदाज
शराबबंदी से होने वाले 4000 करोड़ रुपए के नुकसान हो लेकर मुख्यमंत्री ने कहा, इस नुकसान की भरपाई के लिए उचित कदम उठाया जाएगा। लेकिन इसके चलते राज्य की भलाई से समझौता नहीं होगा। 2007 में सरकार ने आबकारी नीति में बदलाव किया था। तब से राज्य  में महिलाएं विरोध प्रदर्शन कर रही हैं।

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Posted By: Molly Seth