क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: रांची नगर सिटी में पार्किग सुधारने को लेकर जुट गया है. एकबार फिर व्यवस्था सुधारने के नाम पर मेन रोड की पार्किग बेचने की तैयारी है. इन्सके लिए कमिटी का भी गठन कर दिया गया है. ये कमिटी जल्द ही मेन रोड की पार्किग को लेकर बंदोबस्ती की राशि तय करेगी. इसके बाद टेंडर के माध्यम से पार्किग का जिम्मा किसी कांट्रैक्टर को दे दिया जाएगा. गौरतलब हो कि जहां खड़े होने की भी जगह नहीं है उसे पार्किग स्पॉट बना दिया गया है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि सिटी को जाम की समस्या से निजात कैसे मिलेगी?

टेंडर में पता चलेगी बंदोबस्ती राशि

बंदोबस्ती की राशि तय करने के लिए नगर आयुक्त ने कमिटी गठित की है. इसमें डीएमसी को कमिटी का चेयरमैन बनाया गया है. उनके अलावा एएमसी सह अकाउंट आफिसर, असिस्टेंट म्यूनिसिपल कमिश्नर, सिटी मैनेजर को इसका मेंबर बनाया गया है. इनसे एक हफ्ते में एमजी रोड स्थित पार्किग की बंदोबस्ती को लेकर राशि भी तय करते हुए मंतव्य मांगा गया था. अब टेंडर में ही बंदोवस्ती की राशि का पता चल पाएगा.

एक करोड़ में नॉस्टिक सॉल्यूशन को बेच दी थी पार्किग

पार्किग व्यवस्था सुधारने के नाम पर मेन रोड को एक करोड़ रुपए में बेच दिया गया था. ट्रैफिक का बोझ कम करते हुए लोगों को जाम से राहत दिलाने के बजाय रोड के दोनों किनारे को ही बेच दिया गया. यह काम बेंगलुरु की नॉस्टिक साल्यूशन को दिया गया था. लेकिन आपसी मतभेद के चक्कर में एजेंसी को हटा दिया गया. इसके बाद नगर निगम ने खुद से पार्किग का जिम्मा संभाला है, जहां होम गा‌र्ड्स और निगम के स्टाफ लोगों से पार्किग चार्ज वसूल रहे हैं.

पार्किग के लिए चिन्हित की 13 जगह

रांची नगर निगम ने सिटी के मेन रोड में दोनों ओर पार्किग के लिए 13 जगह चिन्हित की है. इसमें कुछ ऐसी भी जगह है जहां पर खड़े होने की भी जगह नहीं है. अब उन जगहों को ही दोबारा से भी पार्किग जगह बनाने की तैयारी है. ऐसे में पैदल चलने वालों के लिए भी जगह नहीं बचेगी. अब सवाल यह उठता है कि ऐसी जगहों पर गाडि़यां पार्क होंगी तो जाम की समस्या को दूर कैसे किया जाएगा.

Posted By: Prabhat Gopal Jha