वायरिंग के समय रखें ध्यान

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। गर्मी में अचानक आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। जानकारों की मानें तो शहरी क्षेत्र में अचानक घरों में या फिर व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में आग लगने की घटनाएं शार्टसर्किट की वजह से होती हैं। इसके पीछे प्रमुख कारण होता है बिजली का लोड। अक्सर लोग वायरिंग कराते समय सस्ते के चक्कर में कम लोड फैक्टर का तार लगवा लेते हैं। वायरिंग तो एक बार कराई जाती है, मगर धीरे धीरे उसी वायरिंग पर लोड बढ़ता जाता है। जिसका नतीजा होता है कि अचानक शार्टसर्किट की वजह से आग लग जाती है।

वायरिंग के समय रखें ध्यान
वायरिंग के समय तार के लोड फैक्टर का ध्यान जरुर रखें। अमूमन लोग एक एमएम से लेकर ढाई एमएम के तार वायरिंग में लगवाते हैं। जबकि कुछ वर्षों बाद उसी वायरिंग पर लोड बढ़ जाता है। खासतौर पर गर्मी के दिनों में। जबकि घर में कई कूलर और एसी चलने लगते हैं। अक्सर लोग पॉवर प्लग में ही हैवी एमएम का तार लगवाते हैं। जबकि उसी के बगल से गुजरने वाले तार का एमएम कम होता है। जिससे तार हीट हो जाता है और शार्टसर्किट हो जाता है। दरअसल कम एमएम के तार सस्ते मिलते हैं और ज्यादा एमएम के तार महंगे आते हैं।

पहले से करें प्लान
अगर शार्टसर्किट से होने वाली आग की घटनाओं से बचना है तो फिर पहले से ही प्लान करें कि कितने कमरों में कूलर लगना है, कितने कमरों में एसी। बिजली वायरिंग के जानकार बताते हैं कि अमूमन लोग एक से लेकर ढाई एमएम के तार का इस्तेमाल वायरिंग में करते हैं। और इसी लोड वाले तार पर कूलर और एसी भी चला दिया जाता है। जबकि एसी चलाने के लिए कम से कम चार एमएम लोड वाले बिजली के तार की वायरिंग सुरक्षित होती है।

लोड देखकर बदलवा दें वायरिंग
आग लगने की घटनाएं जहां पर हो रही हैं, वहां एक बात सामने आई है कि उन व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में कई दशक पुरानी वायरिंग है। या फिर नए व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में क्षमता से कम लोड वाले तारों की वायरिंग कराई गई है। जिसकी वजह से शार्टसर्किट की घटनाएं हुई हैं।

3.30 बजे भोर में लगी गोदाम में आग
3.45 पर लगी फायर ब्रिगेड को सूचना
4.05 पर पहुंची फायर ब्रिगेड
7 बजे रविवार शाम को बुझाई गई आग
18 मजदूरों को रेस्क्यू करके बचाया गया।
11 फायर टेंडर बुझाते रहे आग

शार्टसर्किट बन रही बड़ी समस्या
पिछले छह महीने में आग की एक दर्जन से बड़ी घटनाएं हुईं। जिसमें जांच के बाद शार्टसर्किट की बात सामने आई है। सीएफओ आरके पांडेय का कहना है कि शार्टसर्किट बड़ी समस्या है। व्यापारियों को अपने प्रतिष्ठानों में शार्टसर्किट से बचान के लिए वायरिंग को लोड के अनुसार बदलवाना चाहिए। ताकि आग की घटनाओं से होने वाले नुकसान से बचा जा सके।

Posted By: Inextlive