बंगाल में निवेश की उम्मीद लिए ब्रिटेन दौरे पर गई मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य में हो रही भारी बारिश चक्रवात व बाढ़ की स्थिति को देखने हुए यात्रा में कटौती कर समय से एक दिन पहले ही कोलकाता लौट आयी हैं।

एक दिन पहले लंदन से लौटीं ममता बनर्जी
सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर अपने लंदन दौरे से वापसी की जानकारी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुद दी है। लंदन जाने से पहले भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (दमदम एयरपोर्ट) पर भी गत 26 जुलाई को उन्होंने कहा था कि राज्य की स्थिति ज्यादा भयावह हुई तो वह दौरा बीच में ही छोड़ कर वापस लौट आयेंगी। उनके लंदन जाने के बाद से हो रही लगातार बारिश के चलते मुर्शिदाबाद, वीरभूम, बद्र्धमान, नदिया, पुरुलिया व हुगली आदि जगहों पर नदियां खतरे के निशान पर पहुंच गई हैं। कई जगहों पर घरों में पानी घुस गया है। वहीं मंगलवार की रात उत्तर २४ परगना व हावड़ा में चक्रवात से हुई तबाही की सूचना से बेचैन हो कर वह बुधवार को ही कोलकाता लौट आयी हैं। उनके साथ गये कुछ लोगों भी साथ में ही कोलकाता पहुचगए। वहीं सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि बारिश से बिगड़े हालात देख मुख्यमंत्री बीच में ही कुछ लोगों को लेकर कोलकाता लौट रही हैं, जबकि बाकि लोग लंदन दौरे के लिए तय अवधि के बाद लौटेंगे।
सफल रहा दौरा
वैसे मुख्यमंत्री ने अपने लंदन दौरे को सफल करार दिया और विदेशी निवेश की उम्मीद जतायी है। कहा कि 21 करारनामों पर हस्ताक्षर से उम्मीदें जगी हैं। उन्होंने ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरून को दोबारा कोलकाता आने का न्योता दिया है। उन्होंने ब्रिटिश पीएम द्वारा लिखी चिट्ठी भी दिखायी। जो 24 जुलाई को लिखी गई थी। उसमें लिखा था कि वह दक्षिण-पूर्व एशिया दौरे पर होने के कारण लंदन में मौजूद ममता बनर्जी ने नहीं मिल पाये। उन्हें याद है कि साल 2013 के नवंबर में उनसे मिले थे। तब यूके-पश्चिम बंगाल के द्विपक्षीय सहयोग से व्यापार व निवेश को लेकर चर्चा की थी। ब्रिटिश पीएम ने अनुपस्थिति को लेकर ममता से क्षमा भी मांगी है।

कलाम की याद में रद्द किए आयोजन
इस पहले पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के निधन के कारण देश में मनाये जा रहे एक सप्ताह व्यापी राजकीय शोक के कारण ममता बनर्जी के पांच दिवसीय लंदन दौरे के दौरान तय किये गये कई कार्यक्रमों को रद कर दिया गया। गार्डेन स्क्वायर में कवि गुरु रविन्द्रनाथ टैगोर व संसद स्क्वायर में छोटा का कार्यक्रम आयोजित कर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही पूर्व राष्ट्रपति कलाम को भी श्रद्धांजलि दी। वहीं अंतिम दिन नेचुरल इतिहास संग्र्रहालय में आयोजित सिंगर उषा उथुप व उस्ताद राशिद खान के सांस्कृतिक कार्यक्रम को भी रद कर दिया गया।
पश्चिम बंगाल में चक्रवात से तबाही
इस बीच पश्चिम बंगाल में मंगलवार की रात तेज बारिश के साथ चक्रवात ने जमकर तबाही मचाई है। चक्रवात से हावड़ा, नदिया और उत्तर 24 परगना जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ। हावड़ा में करीब 100 मकान क्षतिग्रस्त हो गए। पेड़ और बिजली के खंभे टूटकर गिर पड़े। घरों में बनी टीन की छतें काफी दूर तक उडक़र चली गईं। इसके चलते बादामतला गांव में करीब 200 लोग बेघर हो गए। जख्मी हुए 12 लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इसके अलावा उत्तर 24 परगना में भी चक्रवात से 100 से ज्यादा मकान तहस-नहस हो गए। खाद्य मंत्री और विधायक ज्योतिप्रिय मल्लिक ने बताया कि बेघर हुए लोगों को राहत शिविर में पहुंचाया गया। चक्रवात से पेड़ टूटकर ओवर हैड इलेक्ट्रिक वायर में गिरने से सियालदह-बनगांव सेक्शन में ट्रेनों का संचालन ठप हो गया। लोकल ट्रेनों घंटों देरी से चली जिस कारण यात्रियों को परेशानी से जूझना पड़ा।

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Posted By: Molly Seth