जम्मू कश्मीर राज्य पुलिस ने ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी गुट के चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी और मुस्लिम लीग के अध्यक्ष मसर्रत आलम समेत चार अलगाववादियों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह और भडक़ाऊ नारेबाजी के साथ पाकिस्तानी ध्वज लहराने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है. अलबत्ता उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है.


जम्मू कश्मीर के पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि सैयद अली शाह गिलानी, मसर्रत आलम के अलावा बशीर अहमद बट उर्फ पीर सैफुल्लाह समेत चार लोगों के खिलाफ बडग़ाम पुलिस स्टेशन में गैरकानूनी गतिविधियों की रोकथाम संबंधी अधिनियम विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज कर देश विरोधी गतिविधियों की जांच शुरू कर दी गई है. प्रवक्ता ने बताया कि गिलानी के  जुलूस के दौरान कई असामाजिक तत्वों ने पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों व उनके वाहनों पर पथराव भी किया, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने पूरा संयम बनाए रखा. पांच साल बाद हुई गिलानी की रैली
कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी ने पांच साल बाद कोई रैली की है. वर्ष 2010 में वादी में हुए हिंसक प्रदर्शनों के दौरान गिलानी ने जुलाई 2010 में एक रैली को संबोधित किया था. उसके बाद वह गिरफ्तार कर लिए गए. रिहाई के बाद उन्हें प्रशासन ने घर में नजरबंद कर दिया और कभी कोई बड़ी रैली नहीं कर पाए. गिलानी के प्रवक्ता एयाज अकबर ने कहा कि मौजूदा सरकार के दौर में यह गिलानी की पहली रैली है. आज की रैली के बाद हुकूमत को अपनी हकीकत पता चल गई होगी और अब यह उस पर निर्भर करता है कि वह हुर्रियत की सियासी गतिविधियों को इजाजत दे या न दे.

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Posted By: Molly Seth