- स्टूडेंट्स ने कहा-मॉडल पेपर से मिली खूब मदद

- पहले दिन की परीक्षा में कई दिखी कमियां

PATNA: बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड की ओर आयोजित मंगलवार को पटना के सत्तर सेंटर्स पर मैट्रिक का एग्जाम शुरू हो गया। पहले दिन फ‌र्स्ट व सेकेंड सीटिंग में इंगलिश का एग्जाम था। बोर्ड द्वारा एग्जाम से संबंधित गाइडलाइन्स स्टूडेंट्स को पहले ही दिए जा चुके हैं.कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए भी कई आदेश जारी किए गए थे, लेकिन इन सब प्रयासों के बाद भी पहले दिन की परीक्षा में कई कमियां दिखीं।

गार्डिग के दौरान चैटिंग करते रहे शिक्षक

बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड की ओर से कहा गया था कि हमारी कोशिश है कि मैट्रिक की परीक्षा कदाचार मुक्त हो। इसके लिए सभी डीईओ और केंद्राधीक्षक को आवश्यक निर्देश भी जारी किया गया था। कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन और गोपनियता बनाये रखने के लिए चार फरवरी को ही बोर्ड की ओर से चार पेज का आवश्यक निर्देश भी जारी किया गया था। पर सेंटर्स पर एक भी गश्ती दल नजर नहीं आया। वहीं, दूसरी ओर शिक्षक गार्डिंग के दौरान सोशल नेटवर्किंग साइटों पर चैटिंग करते जरूर नजर आए।

नहीं दिखी प्रोपर व्यवस्था

एग्जामिनेशन सेंटर के आस पास भीड़ इकट्ठी नहीं होगी। इसे लेकर भी निर्देश जारी किये गये थे। साथ ही यह भी कहा गया था कि सभी केंद्रों पर पर्याप्त संख्या में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किए जाएंगे, लकिन बांकीपुर ग‌र्ल्स स्कूल में एक भी पुलिसकर्मी गेट पर मौजूद दिखे। इसी वजह से फ‌र्स्ट सीटिंग के खत्म होते ही केंद्र के बाहर भीड़ लग गयी। गांडियों की लंबी लाइन गांधी मैदान तक पहुंच गयी थी। इससे सेकेंड पाली में आने वाले स्टूडेंट को विशेष परेशानी हुई। वहीं आई नेक्स्ट ने यह भी पाया कि स्कूल के मेन गेट पर प्राइवेट गार्ड को तैनात कर पुलिस बल पेड़ की छांव में आराम फरमा रहे थे।

The other side

स्टूडेंट्स ने मॉडल पेपर को सराहा

एग्जाम देकर निकल रहे स्टूडेंट ने कहा कि क्वेश्चन पेपर बढि़या था। मॉडल पेपर से खूब मदद मिली। सेक्शन ए में बीस नंबर के दो पैसेज थे। पैसेज को लेकर स्टूडेंट के मन में डर बना रहता है। लेकिन स्टूडेंट ने कहा कि पैसेज ज्यादा टफ नहीं था। इंटर की परीक्षा की तरह ही इसमें भी स्टूडेंट को क्वेश्चन पढ़ने के लिए पंद्रह मिनट का अतिरिक्त समय दिया गया था। गर्दनीबाग की स्वेता प्रिया ने कहा कि एग्जाम तो बहुत ही अच्छा गया। सारे क्वेश्चन अटेंप्ट किए। बांकीपुर बालिका स्कूल से एग्जाम देकर निकल रही डिसेबल सरस्वती ने कहा कि पेपर बहुत ही बढिया रहा। मुझे सेंटर पर किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई।

क्फ् डिसेबल्स दे रहे एग्जाम

बोर्ड ऑफिस के अधिकारी ने बताया कि बोर्ड ने डिसेबल स्टूडेंट को विशेष सुविधा मुहैया कराने का निर्देश दिया है। जानकारी दी गयी कि सिर्फ पटना में तेरह नेत्रहीन स्टूडेंट एग्जाम दे रहे हैं। वहीं नालंदा में दो, भागलपुर में क् और दरभंगा में भी दो स्टूडेंट हैं। इन नेत्रहीन स्टूडेंट को गणित की जगह क्8 मार्च को होम साइंस का और क्9 को साइंस की जगह संगीत की परीक्षा होगी।

Posted By: Inextlive