- कार्यभार संभालते ही खनन अधिकारी ने किया घाटों का निरीक्षण

- ओती घाट में यमुना पर बनाए गए पुल को पूरी तरह से अवैध माना

FATEHPUR : एक पखवारे से जिले के मौरंग घाटों में खनन बंद होने से राजस्व को लेकर विभाग की ¨चता बढ़ गई है। खनन अधिकारी आशीष कुमार सेन ने कार्यभार संभालते ही घाटों का निरीक्षण किया और ओती में बनाए गए यमुना के अवैध पुल सहित घाटों में किए गए खनन को देखा। कहा कि खनन कार्य में विभाग की ओर से कोई रोक नहीं लगाई गई, इसके बाद भी पट्टाधारक काम बंद किए हुए हैं। मानक के अनुसार खनन शुरू हो सके इसके लिए जिलाधिकारी से बातचीत कर आगे की कार्यवाही शुरू की जाएगी।

मौरंग माफिया दहशत में

यमुना के नौ भूखंडों में खनन का पट्टा आंवटित है। चार जून को सीएम द्वारा मंडलायुक्त, डीएम व खनन अधिकारी पर निलंबन की कार्रवाई के बाद से मौरंग माफिया दहशत में आ गए। पोकलैंड, लिफ्टर व जेसीबी लगाकर किया जा रहा खनन रोक दिया गया। खनन में विभाग को शासन ने 15 करोड़ का लक्ष्य दिया है, ऐसे में जून माह में खनन बंद होने से विभाग को राजस्व में भारी नुकसान हो रहा है। उधर माफिया इस बात से परेशान है कि प्रशासन मशीनों से खनन की अनुमति देगा तभी खनन चालू हो पाएगा। जिले से प्रतिदिन एक हजार ट्रक व दो हजार से अधिक ट्रैक्टर ट्राली मौरंग की निकासी घाटों से होती थी। खनन में हो रहे खेल का खुलासा हो जाने के बाद माफिया सहम गए है।

माफिया की निगाहें टिकी हुई

यमुना के भूखंड ओती, कोर्रा, अढावल, संगोलीपुर मडैयन में आंवटित क्षेत्रफल से मानक से अधिक मौंरग की निकासी कर ली गई है। माफिया की निगाहें लिफ्टर लगाकर यमुना जलधार से मौरंग निकालने में टिकी हुई है। इसके पहले अकेले ओती व कोर्रा घाट में 40 लिफ्टर मशीनें प्रशासन ने सीज की थी। खनन अधिकारी एके सेन ने बताया कि तीन-चार घाटों का निरीक्षण किया गया है, जिसमें अवैध खनन के संकेत मिले है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी से मिलकर बंद खनन कार्य मानक के अनुसार चालू कराने की पहल की जाएगी।

Posted By: Inextlive