Ranchi: वर्ल्ड कप क्रिकेट के क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश को करारी शिकस्त देने के साथ महेंद्र सिंह धोनी के नाम एक और रिकॉर्ड दर्ज हो गया है. वह टीम इंडिया के ऐसे पहले कप्तान बन गए हैं जिनके नेतृत्व में टीम ने 100 मैचों में जीत हासिल की है. रांची जैसे छोटे शहर की गलियों में बैट लेकर दौड़ने वाला यह छोकरा क्रिकेट वर्ल्ड के सबसे बड़े सितारों में शुमार हो जाएगा इसकी कल्पना उन लोगों ने भी नहीं की थी जिन्होंने उन्हें बेहद करीब से देखा है. धोनी के करीबी दोस्त स्कूल के स्पोर्ट्स टीचर क्रिकेट के मैदान पर उनके पहले कोच उनके मुहल्ले के लोग आज फख्र करते हैं कि उनके माही की कप्तानी में टीम इंडिया इस वर्ल्ड कप में एक और इतिहास रचने के करीब पहुंच गई है. तो आइए उन लोगों से मिलते हैं जिन्होंने बेहद करीब से


स्‍पोर्ट्स के दीवानेधोनी रांची के मेकॉन कॉलोनी स्थित जेवीएम श्यामली के स्टूडेंट रहे हैं. इसी स्कूल के स्पोर्ट्स टीचर हैं केशव रंजन बनर्जी. धोनी शुरू से स्पोर्ट्स के दीवाने थे, लेकिन क्रिकेट के बजाय उनकी रुचि फुटबॉल में ज्यादा थी. वह एक अच्छे गोलकीपर थे. यह स्पोर्ट्स टीचर केशव रंजन बनर्जी ही हैं, जिन्होंने धोनी को क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित किया और स्कूल की क्रिकेट टीम में बतौर विकेटकीपर शामिल कर लिया. तब का दिन है और आज का दिन, धोनी ने क्रिकेट की दुनिया में पीछे मुड़कर नहीं देखा.-केशव रंजन बनर्जी, स्कूल में धोनी के स्पोर्ट्स टीचरदोस्‍त पर होता है गर्व
मो. शब्बीर रांची के डोरंडा में रहते हैं. यह शब्बीर ही हैं, जिनके साथ मिलकर उन्होंने 1997 में इंटर स्कूल क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में 378 रनों की साझी पारी खेली थी. इस मैचे में धोनी ने नाबाद 213 रन जमाए थे जबकि शब्बीर ने 117 नाबाद रन बनाए थे. यह मैच रांची के हिनू स्थित सेंट्रल स्कूल के खिलाफ खेला गया था. इसके लिए धोनी और शब्बीर का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है. मो. शब्बीर कहते हैं कि उन्हें गर्व है कि उनके साथ खेलनेवाला धोनी आज क्रिकेट वर्ल्ड की महान हस्ती है, लेकिन वह आज भी उतना ही सरल है, जितना स्कूल के जमाने में था.-मो. शब्बीर, जिनके साथ धोनी ने खेली थी स्कूली टूर्नामेंट में विस्फोटक पारी ऑटोग्राफ वाला बैट किया गिफ्ट परमजीत सिंह छोटू रांची के मेन रोड में सुजाता चौक के पास स्पोर्ट्स किट की स्टोर चलाते हैं. वह धोनी को तबसे जानते हैं, जब वे स्कूल टीम से खेला करते थे. धोनी अक्सर उनकी दुकान पर आते थे और तभी से उनसे दोस्ती है. स्कूली क्रिकेट टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन के कारण धोनी जब रांची में मशहूर हो गए तो परमजीत ने क्रिकेट बैट और किट का प्रोडक्शन करनेवाली एक कंपनी से उन्हें स्पांसरशिप दिलाई. इस कंपनी ने धोनी को मुफ्त में क्रिकेट किट मुहैया कराई. धोनी अपने मित्र परमजीत को आज भी नहीं भूले हैं. एक बार उन्होंने परमजीत को एक बैट गिफ्ट किया, जिसपर इंडियन क्रिकेट टीम के एक दर्जन प्लेयर के ऑटोग्राफ दर्ज हैं.-परमजीत, धोनी के दोस्त

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari