एमएलएन मेडिकल कॉलेज में बुधवार को कोरोना की एक भी जांच नहीं हुई। बताया जाता है कि जांच मशीन रेडी नही होने से यह स्थिति बनी हुई है। पूरे दिन सैंपल लगाने के बाद भी यह मशीन एक भी जांच पूरा नही कर सकी। इससे मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। इस बीच प्रयागराज से 36 सैंपल जांच के लिए बीएचयू की लैब भेजे गए।

फाल्ट नहीं किया जा सका दुरुस्त

सोर्सेज बता रहे हैं कि कानपुर से दस दिन पहले पीसीआर मशीन मंगाई् गई थी। इससे छह घंटे में जांच रिपोर्ट आ जानी थी। एक बार में यह मशीन सौ जांच कर सकती हैं। मंगलवार को इसका इनॉगरेशन भी कर दिया गया। टेस्ट शुरू होने पर पता चला कि मशीन फाल्ट के चलते डाटा वैलीडेट नहीं कर रही है।

ट्रायल में कम से कम दो दिन और लग सकता है। मशीन में किसी प्रकार की कमी नहीं है। अभी प्रयागराज के सैंपल की जांच बीएचयू और केजीएमयू से कराई जा रही है।

डॉ मोनिका

विभागाध्यक्ष, माइक्त्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट, मेडिकल कॉलेज

सीरियस होने पर होगा बेली ट्रांसफर

कोटवा में एडमिट छह में से केवल एक को खांसी की शिकायत है।

उसके गले में हल्का संक्रमण बना हुआ है जिससे कफ जनरेट हो रहा है।

हालत सीरियस होने पर उन्हें बेली हॉस्पिटल ट्रांसफर किया जाएगा

गले में बलगम के अधिक एकत्र होने से मरीज का सांस लेना मुश्किल हो जाता है

ऐसी हालत में उसे वेंटीलेटर पर शिफ्ट किया जाता है।

सर्वाधिक सीरियस मरीजों को एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती कराया जाएगा

यहां वेंटीलेटर की उपलब्धता कराई गई है।

खाने के साथ दिया जा रहा फल

सभी मरीजों को दोनों टाइम भोजन के साथ फल भी दिया जा रहा है। डॉक्टर्स का कहना है कि सरकार की ओर से मरीजों को पौष्टिक और सादा भोजन उपलब्ध कराने को कहा गया है। मरीजों को सुबह शाम चाय भी दी जा रही है। उनका दिन में पांच बार चेकअप किया जाता है। हर बार रिपोर्ट तैयार कर शासन को बताया जाता है। सरकार एक एक मरीज की निगरानी कर रही है।

Posted By: Inextlive