PATNA : खान एवं भूतत्व विभाग द्वारा सूबे के जिला कार्यालयों को तमाम संसाधन दिए गए हैं ताकि अवैध उत्खनन पर अंकुश लग सके। लेकिन जिलों में पदस्थ अफसर दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं जिसके कारण लघु खनिजों के अवैध खनन, उठाव और ढुलाई पर रोक लगाने के तमाम प्रयास निष्फल साबित हो रहे हैं। इतना ही नहीं अवैध खनन को रोकने के लिए क्या कार्रवाई की जा रही है, इसकी जानकारी विभाग के प्रधान सचिव को भी उपलब्ध नहीं दी जा रही है।

अफसरों पर बरसे सचिव

हालात को देखते हुए विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने जिलों में तैनात उप निदेशक, सहायक निदेशक और जिला खनन विकास पदाधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई है। साफ तौर पर चेतावनी दी है कि यदि कार्रवाई में किसी तरह की कोताही बरती गई तो दोषी पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही अवैध खनन, उठाव व ढुलाई को लेकर की जाने वाली सभी कार्रवाई की जानकारी मांगी है।

क्क्00 करोड़ का है लक्ष्य

मीणा ने विभाग को हर महीने और हर सप्ताह ई-मेल, फैक्स या वाट्स एप के जरिए जानकारी उपल?ध कराने का निर्देश दिया है। दरअसल, मौजूदा वित्तीय वर्ष में विभाग को क्क्00 करोड़ का राजस्व लक्ष्य मिला है। इसे पूरा करने के लिए ईंट भठ्ठों से लेकर बालू व पत्थर के अवैध खनन, उठाव और ढुलाई को रोकने पर जोर है।

Posted By: Inextlive