- पासवर्ड हैक करके निकाली नकदी, साइबर सेल ने किया गिरफ्तार

- बंगलुरू में रहकर जॉब करते हैं रामनाथ, दौड़भाग में हुए हलकान

GORAKHPUR: बंगलुरू में रहकर कमाने वाले युवक का मोबाइल चुराकर शातिर ने चार लाख रुपए का ट्रांजेक्शन कर दिया था। मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपित को अरेस्ट करके पीडि़त का मोबाइल फोन बरामद किया। गुरुवार को पुलिस लाइन में यह जानकारी सीओ क्राइम प्रवीण सिंह ने दी। बताया कि पेमेंट वॉलेट हैक करके जालसाज ने नकदी ट्रांसफर कर ली थी। साइबर सिक्योरिटी को देखते हुए ई वॉलेट यूज करने वालों को पुलिस की तरफ से अलर्ट किया जा रहा है।

चार माह पूर्व मेले में गायब हुआ था मोबाइल

गुलरिहा एरिया के जमुनारा, महराजगंज निवासी रामनाथ सिंह बंगलुरू की एक प्राइवेट कंपनी में तैनात हैं। चैत्र रामनवमी के मेले में वह गांव आए थे। 21 अप्रैल 2019 की सुबह साढ़े 11 बजे वह बांसथान में मेला देखने गए तभी उनका मोबाइल कहीं गायब हो गया। सरहरी चौकी पर सूचना देकर 22 अप्रैल को वह बंगलुरू लौट गए। कई दिनों के बाद दूसरा सिमकार्ड लेकर जब नंबर एक्टिवेट किया तो रुपए ट्रांजेक्शन होने का मैसेज आया। किसी ने उनके एकाउंट से मोबाइल वॉलेट हैक करके 22, 23 और 24 अप्रैल को एक-एक लाख रुपए करके चार लाख का ट्रांजेक्शन कर लिया था। उन्होंने बैंक को सूचना दी। काफी प्रयास के बाद गुलरिहा पुलिस ने 20 मई को एफआईआर दर्ज की। पुलिस अधिकारियों से बात करके पीडि़त ने मामले को साइबर सेल में ट्रांसफर कराया।

पासवर्ड हैक कर रुपए का ट्रांजेक्शन

क्राइम ब्रांच के सीओ प्रवीण सिंह की अगुवाई में साइबर क्राइम प्रभारी महेश कुमार चौबे, कांस्टेबल शशिशंकर राय और शशिकांत जायसवाल की टीम ने जांच की तो सामने आया कि महराजगंज जिले के पनियरा, गोनहा के रहने वाले अखिलेश कुमार ने रुपए का ट्रांजेक्शन किया था। पुलिस टीम ने उसे अरेस्ट किया तो उसके पास से रामनाथ का मोबाइल फोन बरामद हुआ। हालांकि उसने बताया कि उसे एक फोन मिला था जिसके फोन पे वॉलेट में काफी नकदी थी। उसे हैक करके चार लाख रुपए अपने पेटीएम वॉलेट में ट्रांसफर कर लिया। फिर उसे अपने दो अलग-अलग बैंक एकांउट में जमा करा दिया। सीओ ने बताया कि मोबाइल वॉलेट के यूज में मामूली लापरवाही भारी पड़ सकती है। आरोपी की गिरफ्तारी पर रामनाथ ने साइबर सेल को बधाई दी। बताया कि आसान पासवर्ड रखने की वजह से उसे काफी नुकसान हुआ।

वर्जन

मोबाइल वॉलेट के यूज करने को लेकर पुलिस की तरफ से साइबर सिक्योरिटी का अभियान चलाया जाएगा। आरोपी को अरेस्ट कर लिया गया है। उसने मोबाइल हैक करके रुपए ट्रांसफर किए थे।

प्रवीण कुमार सिंह, सीओ क्राइम ब्रांच

रुपए निकलने की जानकारी होने पर मैंने क्राइम ब्रांच की मदद ली। पुलिस के प्रयास से आरोपित पकड़ा गया। मेरे वॉलेट का पासवर्ड थोड़ा आसान था। नया सिमकार्ड लेने पर रुपए निकलने की जानकारी हुई थी।

रामनाथ सिंह, पीडि़त

Posted By: Inextlive