अभी तक आप ने सुना होगा आतंकवादी ही बंधक बनाते हैं लेकिन क्‍या आप ने कभी सुना है किसी बंदरिया ने पूरी इमारत के लोगों को बंधक बना लिया हो। शायद नहीं सुना होगा पर यह सच है। एक बंदरिया ने दादर की एक तीन मंजिला इमारत में रहने वाले कई परिवारों को 24 घंटे तक बंधक बनाए रखा। कई घंटों तक लोगों को अपने घरों में जेल की तरह कैद होकर रहना पडा। एक एनजीओ की मदद से बंदरिया को पकड़ा गया तब कहीं जाकर लोगों ने चैन की सांस ली।


जब बंदरिया ने लोगों को बनाया बंधकघटना दादर की है जहां एक तीन मंजिला बिल्डिंग के रहने वालों को 24 घंटों तक एक बंदरिया ने बंधक बनाकर रखा। सेना भवन के पीछे स्थित उमा निवास में रहने वालों ने बताया कि बिल्डिंग की सीढ़ियों पर बंदरिया ऊपर-नीचे कर रही थी। जिसकी वजह से 24 घंटों तक उन्हें अपने-अपने घरों में कैदियों की तरह रहना पड़ा। बिल्डिंग के फर्स्ट फ्लोर पर रहने वाले मंगेश पेटकर ने बताया कि उन्हें अपनी 3 साल की बेटी को घर में बंद करना पड़ा क्योंकि बंदरिया बार-बार बालकनी में चहलकदमी कर रही थी। सरकारी दफ्तर में काम करने वाले पेटकर ने कहा सोमवार को कई बच्चे स्कूल नहीं गए क्योंकि उन्हें घर से बाहर बंदर का डर लग रहा था। ऐसा था बंदरिया का खौफ की सब हुए कैद
बंदरिया के डर से बड़े भी घर से बाहर नहीं निकल रहे थे। इलाके में ही काम करने वाले भूषण पनवलकर ने कहा बंदरिया लड़कियों और महिलाओं को दौड़ा रही थी। मैंने उसे एक महिला की साड़ी खींचते हुए देखा था। घबराकर महिला उस जगह से भाग खड़ी हुई। बंदरिया के गले में एक दो मेटल रिंग्स हैं। वहां के मंदिर के पुजारी सोमनाथ जोशी ने बताया बंदरिया कहां से आई इसका कुछ पता नहीं। हमने रविवार शाम को इसे पहली बार बिल्डिंग के बाहर देखा। बंदरिया को मानव अभ्यास संघ ने पकड़ा। संघ के हकीम शेख ने बताया कि बंदरिया का स्वास्थ्य ठईक है और इस सिमियन बंदरिया को पुणे छोड़ दिया जाएगा।

Posted By: Prabha Punj Mishra