इस समय उत्‍तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव के लिए छठे चरण की वोटिंग चल रही है। इस चरण की सबसे महत्‍वपूर्ण प्रदेश के नागरिकों के लिए गर्व की बात हो सकती है। संभवत पहली बार ऐसा हो रहा है की चुनाव मैदान में उतरे प्रत्‍याशियों में लगभग आधे पढ़े लिखे और स्‍नातक की डिग्री प्राप्‍त हैं। आइये आंकड़ों की जबानी जाने उत्‍तर प्रदेश विधानसभा में कैंडीडेट्स की कहानी।

नंबर एक: उत्तर प्रदेश के छठे चरण में 49 चुनाव क्षेत्रों में कुल 635 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमे से 205 कैंडीडेट ग्रेजुएट हैं और 125 के पास पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री है। वहीं आठ प्रत्याशियों के पास डॉक्टरेट की उपाधि है।नंबर दो: इस मैदान में उतरे 229 कैंडीडैटस सेंकेंडरी स्तर तक शिक्षा प्राप्त हैं, जबकि साक्षर प्रत्याशियों की संख्या 38 है, मात्र आठ कैंडीडेट अशिक्षित हैं। नंबर तीन: इस बीच 49 में से 24 विधानसभा क्षेत्रों में तीन या उससे ज्यादा प्रत्याशी ऐसे हैं जिनके ऊपर आपराधिक मामले दर्ज हैं। 126 प्रत्याशियों पर क्रिमिनल चार्जेस लगे हैं और 109 पर गंभीर आपराधिक आरोप लगाये गए हैं। नंबर चार: उत्तर प्रदेश में सभी विधानसभा क्षेत्रों में कुल 744 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमे से 609 गंभीर मामले हैं। नंबर पांच: एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक छठे चरण के 635 प्रत्याशियों में से 160 करोड़पति हैं। यह औसत 25 फीसद है। बसपा के 49 में 35, भाजपा के 45 में 33, सपा के 40 में 28 प्रत्याशी करोड़पति हैं। कांग्रेस के 10 में छह, रालोद के 36 में से आठ प्रत्याशी करोड़पति हैं।  नंबर छह: इनमें से सबसे पहले नंबर पर 118 करोड़ की संपत्ति के साथ मुबारकपुर के बसपा प्रत्याशी शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली हैं। 67 करोड़ की संपत्ति के साथ चिल्लूपार से बसपा के विनय शंकर तिवारी दूसरे नंबर पर हैं। वहीं 52 करोड़ की संपत्ति के साथ नौतनवां से बसपा प्रत्याशी अयाज अहमद तीसरे नंबर हैं।
असेंबली इलेक्शन 2017: उत्तर प्रदेश में छठे और मणिपुर में पहले चरण की वोटिंग शुरू
छठा चरण: सपा को सीटें बचाने की तो दूसरों को बढ़ाने की चुनौती

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Posted By: Molly Seth