Sudan Factory Fire सूडान में पिछले हफ्ते मंगलवार को एक कारखाने में लगी भयानक आग से कम से कम 23 लोगों की मौत हो गई थी। भारतीय दूतावास ने इनमें से अब तक 14 भारतीयों की पहचान कर ली है। उनके शव आज यानी कि मंगलवार को सूडान से भारत आएंगे।


खार्तूम (पीटीआई)। सूडान के खार्तूम में स्थित एक चीनी मिट्टी के कारखाने में पिछले हफ्ते मंगलवार को एलपीजी टैंकर भयानक तरीके से ब्लास्ट हो गया। इस हादसे में 23 लोगों की मौत हो गई है। भारतीय दूतावास ने बताया है कि अब तक इस हादसे में मरने वाले 14 भारतीयों की पहचान कर ली गई है और उनके शव आज यानी कि मंगलवार को सूडान से भारत भेजे जाएंगे। बता दें कि भारतीय दूतावास ने रिपोर्टों का हवाला देते हुए पहले कहा था कि खार्तूम में 3 दिसंबर को सेला सिरेमिक फैक्ट्री में हुए एलपीजी टैंकर विस्फोट में 18 भारतीयों की मौत हो गई है और 130 से अधिक घायल हुए हैं। इस घटना के बाद सोलह भारतीय लापता हैं। कानूनी औपचारिकताओं को पूरा कर भेजा जाएगा शव
भारतीय दूतावास ने अपने ट्विटर अकाउंट पर भी उन भारतीयों के नाम प्रकाशित किए हैं, जिनके शवों की पहचान अब तक हो चुकी है। दूतावास ने सोमवार को ट्वीट किया, 'खार्तूम में चीनी मिट्टी के कारखाने में भारतीय हताहतों के संबंध में, दूतावास ने 14 भारतीय शवों की पहचान की है और इसको लेकर सारी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है। शवों को मंगलवार को भारत भेजा जाएगा।' इससे पहले, दूतावास ने ट्वीट किया कि मृतक की पहचान के लिए डीएनए एकत्र किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा, 'सभी परिवारों को सूचित किया गया है और उनसे अनुरोध किया गया है कि वे शव प्राप्त करने के लिए सहमति पत्र भेजें।'Sudan Factory Fire: भारतीय दूतावास ने जारी की हताहतों की सूची, पीड़ितों में ज्यादातर बिहार और तमिलनाडु के लोगये है लिस्टदूतावास ने ट्विटर पर 14 भारतीयों की सूची जारी की है, जिनमें से दो हरियाणा, तीन बिहार, तीन राजस्थान, तीन उत्तर प्रदेश, दो तमिलनाडु और एक पुदुचेरी के हैं। प्रदीप कुमार और पवन कुमार हरियाणा से हैं, नीतीश मिश्रा, नीरज कुमार सिंह और अमित कुमार तिवारी बिहार से हैं, रवींद्र कुमार मान, जयदीप और केलश काजला राजस्थान से हैं, मोहित कुमार, प्रदीप कुमार वर्मा और हरिनाथ राजभर उत्तर प्रदेश से हैं, रामकृष्ण रामलिंगम और जयकुमार सेल्वाराजू तमिलनाडु के हैं और वेंकटचलम चिदंबरम पुडुचेरी से हैं। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि आठ भारतीयों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है, जबकि 11 की पहचान नहीं हुई है या तो लापता हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि विस्फोट के समय कारखाने में कुल 58 भारतीय काम कर रहे थे और 33 सुरक्षित हैं।

Posted By: Mukul Kumar