-मदर्स डे पर मिलेगा मां को सरप्राइज, तैयारी में जुटे गोरखपुराइट्स

-टीनएजर, डॉक्टर, इंजीनियर नहीं बल्कि हर एजग्रुप के लोग है सरप्राइज देने वालों में शामिल

GORAKHPUR: 'यह दुनिया है धूप से भरी और वह छांव सी होती है। स्नेह से सजी, ममता से भरी, क्योंकि मां बस मां होती है.' कवि की ये पक्तियां मां के उस रूप को बता रही हैं, जिससे उसकी हर संतान अच्छच् तरह वाकिफ है। मौका अगर मदर्स डे का हो, फिर सरप्राइज तो बनता है। सिटी के यूथ नहीं बल्कि हर एजग्रुप के लोग अपनी मदर्स के लिए कुछ ऐसा ही प्लान कर रहे हैं। कोई अपनी मदर की सबसे फेवरेट चीज देकर सरप्राइज कर रहा है तो किसी ने इस दिन को ही उनके नाम कर दिया है। इस सरप्राइज में टीनएजर सबसे आगे हैं। जिन्होंने अपनी पॉकेटमनी सेव कर मदर के लिए गिफ्ट परचेज किया है।

सबसे प्यारी मेरी मां

मेरी आंखों में आया सपना अभी दिल तक नहीं पहुंचता है कि मां उसे सच कर देती है। मेरी मां सबसे प्यारी है। फिर मदर्स डे पर उनके लिए सरप्राइज तो बनता ही है। लास्ट इयर भी मैंने मदर्स डे के लिए सरप्राइज रखा था, मगर मॉम (सीमा छापरिया) को पता चल गया था। इसलिए मैंने इस साल मदर्स डे के एक दिन पहले ही मां को सरप्राइज दे डाला। अपने घर में एक शानदार पार्टी रखी, जिसके बारे में मां को नहीं मालूम था। हम लोग गोरखपुर में रहते हैं, मगर खलीलाबाद में पैतृक घर है। पापा क मदद से खलीलाबाद में एक मां के लिए पार्टी रखी और हम लोग गोरखपुर से वहां गए। सरप्राइज पार्टी देख मां चौंक गई। फिर मैंने मां के लिए एक गाना भी गाया और उन्हें एक शानदार गिफ्ट अपनी पॉकेटमनी से दिया है।

अदिति छापरिया

मां के नाम खोलेंगे बीटीसी कालेज

मदर्स डे पर मां को एक सरप्राइज गिफ्ट देने की तैयारी कर चुका हूं। मां जो कह देंगी वह ख्वाहिश पूरी करने की कोशिश करूंगा। वह गांव में रहती हैं इसलिए सभी लोग सिटी से गांव पहुंच गए हैं। संडे को मां के साथ सिटी में घूमने जाएंगे। आज वह जो कहेंगी उसको कतई टाला नहीं जाएगा। फैमिली के सभी मेंबर्स के साथ घूम फिर कर खूब इंज्वाय करेंगे। शाम को जब घर लौटेंगे तो सभी फैमिली मेंबर्स की मौजूदगी में उनके नाम से क्षेत्र में नया बीटीसी कॉलेज खोलकर सरप्राइज गिफ्ट देंगे। हमने इसकी प्लानिंग पहले ही कर ली है। मां को यह पंसद है कि एजुकेशन के सेक्टर में नित नये काम किए जाएं।

पुरुषोत्तम यादव, प्रोफेशनल

मदर्स डे पर दिया कार गिफ्ट

मां की प्यार तपती धूप में छाया की तरह होता है। मेरे लिए मां और सासू मां में कोई अंतर नहींहै। यही वजह है कि मुझे ससुराल में अपनी सास से मां जितना ही प्यार िमला। इस साल मैं अपनी सासू मां को कार गिफ्ट दूंगी। इसके लिए मैंने अपने पति प्रदीप दूबे के साथ मिलकर प्लान बना लिया है। मैं जब इस घर में बहू बनकर आयी तो मुझे ससुराल में अपनी मां की कमी महसूस नहींहुई। मैं एक टीचर हूं और काफी समय स्कूल में बिताती हूं। मुझे उनके रहते घर की चिंता नहींहोती है। घर आते हम दोनों बैठ कर अपने दिल की बातें शेयर करती हूं।

संगीता दूबे, टीचर

गिफ्ट के साथ अपना वक्त भी दूंगी मां को

मां, भगवान का दिया एक ऐसा अनमोल तोहफा, जिसकी तारीफ लफ्जों में नहीं की जा सकती। जिस तरह से उन्होंने मुझे पाल-पोस कर बड़ा किया है, जिस तरह मेरे छोटी-छोटी प्रॉब्लम्स पर वह परेशान हुआ करती हैं, जब चोट मुझे लगती है तो दर्द उनको होता है। ऐसे में कोई भी कीमती तोहफा उनके सामने वैल्यु नहीं रखता। मेरी मां मीरा सिंह तारामंडल में रहती हैं और मैं न्यू कॉलोनी कजाकपुर में, मदर्स डे पर मेरा प्लान उन्हें वहां पहुंचकर सरप्राइज देने का है। जहां मैं उन्हें गिफ्ट के साथ ही अपना पूरा वक्त दूंगी, जो फैमिली में बिजी होने की वजह से मैं काफी मुश्किल से दे पाती हूं।

- कामिनी सिंह, हाउसवाइफ

Posted By: Inextlive