प्रमाण पत्रों की जांच के दौरान पकड़ा गया सावेज

बीएएसएस 2011 बैच का छात्र है सावेज

- मुन्नाभाइयों से लिंक के आरोप में पुलिस ने किया अरेस्ट

HARIDWAR: उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के ऋषिकुल परिसर में बुधवार को जांच के दौरान एक और मुन्नाभाई को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बीएएमएस ख्0क्क् बैच के छात्रों के प्रमाण पत्रों की जांच के दौरान आरोपी छात्र पुलिस के हत्थे चढ़ा। जांच टीम ने उसको पकड़ कर देहरादून पुलिस को सौंप दिया। आरोपी का नाम सावेज मलिक बताया जा रहा है। जांच टीम की मानें तो सात अगस्त को देहरादून में हुई मेडिकल प्रवेश परीक्षा के समय से वह वांछित चल रहा था।

क्07 छात्रों की होनी थी जांच

बुधवार को मुन्नाभाइयों के प्रकरण की जांच को गठित एसआईटी की मौजूदगी में ऋषिकुल परिसर में वर्ष ख्0क्क् बैच के ऋषिकुल कॉलेज के कुल क्07 छात्रों के प्रमाण पत्रों की जांच होनी थी। जांच के लिए सुबह से ही छात्र छात्राएं कैंपस में जुट गए। एक बजे प्रमाण पत्रों की जांच प्रॉक्टोरियल बोर्ड की अध्यक्षता कर रहे ऋषिकुल कॉलेज के चीफ प्राक्टर डॉक्टर केके शर्मा, प्रॉक्टर आलोक श्रीवास्तव व गुरुकुल के नामित सदस्यों, स्थानीय पुलिस व स्थानीय अभिसूचना इकाई के सदस्यों की मौजूदगी में शुरू हुई। पहले गुरुकुल के छात्रों के प्रमाण पत्रों की जांच की गई। शाम को चार बजे से ख्0क्क् बैच के ऋषिकुल परिसर के छात्रों के प्रमाण पत्रों की जांच का क्रम चला। लेकिन जैसे ही सावेज नाम का छात्र लाइब्रेरी में जांच के लिए आया एसआईटी टीम ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद देहरादून पुलिस को सूचना दी गई। जांच टीम ने बाकी छात्र-छात्राओं को समझाकर जांच का काम जारी रहने की बात कही।

कर रहे प्रमाण पत्रों का मिलान

इसके बाद देर शाम तक प्रमाण पत्रों की जांच हुई। देर शाम पहुंची देहरादून पुलिस ने सावेज को अपने कब्जे में लिया। सावेज पर छात्रों से पैसा लेकर उनकी जगह पर कापी लिखवाने का आरोप है। वहीं कॉलेज निदेशक परिसर प्रोफेसर डॉ। आदित्य नरायन पांडे व चीफ प्राक्टर डॉ। केके शर्मा ने बताया कि प्रमाण पत्रों का मिलान किया जा रहा है।

नंबर दिलाने का लेता था ठेका

बताया जा रहा है कि पकड़ा गया आरोपी मुन्नाभाइयों के माध्यम से वास्तविक छात्रों की जगह पर कापियां लिखवा कर उनको प्रवेश परीक्षा और आगे की परीक्षाओं में पास कराने का खेल कराता था। छात्रों से पैसे की वसूली भी यही करता था। बाद में गिरोह में शामिल सभी इससे पैसे में अपना हिस्सा लेते थे। कॉलेज सूत्रों की मानें तो यह पूर्व में भी भोले भाले छात्रों को अपने झांसे में लेकर अच्छे नंबर दिलाने का ठेका लेता रहा है।

Posted By: Inextlive