म्यांमार में एक जेड खदान में भूस्खलन होने से वहां मौके पर मौजूद कई लोगों की जान चली गई। माइन से अब तक 18 शव बरामद हुए और 2 पुलिस अधिकारी घायल पाए गए...


यंगून (आईएएनएस)। उत्तरी म्यांमार में एक जेड खदान के भीतर हुए हादसे के बाद मलबे में दबे लोगों की तलाश का काम सोमवार को भी जारी रहा। अब तक कम से कम 18 शव बरामद किए जा चुके हैं। अग्निशमन सेवा विभाग ने कहा कि रविवार को भूस्खलन हुआ, जो उत्तरी राज्य काचिन में केयन चांग गांव के पास स्थित है। अधिकारियों के मुताबिक याजा हतर्नी जेड माइनिंग कंपनी के 15 कर्मचारी और सुरक्षा प्रदान करने वाले तीन पुलिसकर्मी भूस्खलन में मारे गए, जबकि दो पुलिस अधिकारी घायल हो गए। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है
एफई न्यूज की रिपोर्ट में कहा गया है कि मरने वालों की संख्या में वृद्धि हो सकती है क्योंकि बचाव और राहत अभियान अभी भी जारी है। म्यांमार में जेड माइंस के अंदर दुर्घटना एक आम बात है। अप्रैल में, राजधानी नैयपीडॉ के उत्तर में लगभग 800 किलोमीटर (497 मील) की दूरी पर स्थित एक सुदूरवर्ती क्षेत्र हापाकंट में एक अन्य भूस्खलन में कम से कम 54 लोगों की मौत हो गई थी। गैर-लाभकारी संगठन ग्लोबल विटनेस ने 2015 में जेड माइन श्रमिकों की हालात की ओर इशारा किया था। कर्नाटक : 'फ्लोर टेस्ट' में पास हुई येदियुरप्पा सरकार, ध्वनिमत से हासिल किया बहुमत


आजम ने अभद्र टिप्पणी के लिए लोकसभा में माफी मांगी, रमा देवी बोलीं इनकी आदत जरूरत से ज्यादा है बिगड़ीश्रमिकों का होता था शोषणयह श्रमिक उन साइटों में काम करते हैं जहां अक्सर उनका गुरिल्ला संगठनों, सरदारों, ड्रग ट्रैफ़िकर्स और सेना के भ्रष्ट सदस्यों द्वारा शोषण किया जाता है। म्यांमार के नौजवान गरीबी से बचने और जेड माइनिंग के माध्यम से पैसा कमाने के लिए यहां आते हैं लेकिन इनमें से कई प्रवासी श्रमिक सस्ती हेरोइन और अन्य दवाओं के आदी हो जाते हैं। हापाकांत क्षेत्र एक कठोर और गरीब क्षेत्र है, लेकिन यह कुछ के लिए बहुत बड़ी मात्रा में संपत्ति पैदा करता है, क्योंकि इसकी मिट्टी के भीतर दुनिया का सबसे उच्च गुणवत्ता वाले दुर्लभ खनिज जेडाइट के महत्वपूर्ण भंडार हैं।

Posted By: Vandana Sharma