- मुख्य सचिव के दौरे के एक दिन बाद पुराने ढर्रे पर लौटा नगर निगम

- कुर्सी से नदारद मिले अधिकारी-कर्मचारी

- फटकार के बावजूद नजर आई पान की पीक और कूड़ा

- मुख्य सचिव के दौरे के एक दिन बाद पुराने ढर्रे पर लौटा नगर निगम

- कुर्सी से नदारद मिले अधिकारी-कर्मचारी

- फटकार के बावजूद नजर आई पान की पीक और कूड़ा

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: नगर निगम पर प्रशासनिक आलाधिकारियों का कोई जोर नहीं चलेगा। भले ही बदले में डांट मिले या फटकार। कर्मचारी और अधिकारी वही करेंगे जो इनके मन में आएगा। अभी मुख्य सचिव के दौरे को ख्ब् घंटे भी नहीं बीता था कि नगर निगम ऑफिस की व्यवस्था और कार्यशैली अपने पुराने ढर्रे पर लौटी नजर आई। मंगलवार को आई नेक्स्ट की निगम ऑफिस की पड़ताल में जो सच सामने आया वह यही बयां करते हैं। चूने से पोती गई दीवारों पर पान की पीक नजर आई। कूड़ा जहां-तहां फैला था। जिसे देखकर यही लगा कि प्रशासन व शासन कितनी भी कोशिश कर ले, नगर निगम अपने मन मुताबिक ही चलेगा।

मैं चाहे जो करूं, मेरी मरजी

सोमवार को मुख्य सचिव शासन आलोक रंजन, प्रमुख सचिव नगर विकास एसपी सिंह और डीएम पी गुरु प्रसाद ने नगर निगम का दौरा कर कर्मचारियों-अधिकारियों की जमकर फटकार लगाई थी। बिल्डिंग पर जगह-जगह पान-गुटखे की पीक और कूड़ा बिखरा देख उन्होंने कहा था कि जब आप अपने ऑफिस को ही साफ-सुथरा नही रख पा रहे हैं तो शहर की साफ-सफाई पर कैसे ध्यान देंगे। उनके जाने के महज ख्ब् घंटे के भीतर मंगलवार को निगम वापस अपने पुराने ढर्रे पर था। आई नेक्स्ट ने दोपहर क्ख्:फ्0 से 0क्:फ्0 बजे के बीच पड़ताल की तो वापस जगह-जगह गंदगी मिली। यहां तक कि अधिकारी और कर्मचारी भी कुर्सी पर नहीं मिले। उनके मातहतों को भी इसकी जानकारी नहीं था। हम बताते हैं कि क्या रहे हालात-

सीन वन

साहब छुट्टी पर हैं या जोन में?

उप नगर आयुक्त सुमित कुमार का केबिन बिल्कुल खाली पड़ा था। अधिकारी के बगल की कुर्सी पर बैठकर लंच कर रहे कर्मचारी ने पूछने पर बताया कि साहब जोन के दौरे पर गए हैं। कब आएंगे ये पता नहीं। थोड़ी देर बाद उसने बताया कि अरे साहब तो छुट्टी पर हैं। दो दिन बाद मिलेंगे। ये सुनकर आई नेक्स्ट रिपोर्टर केबिन से बाहर निकल आया।

सीन टू

पब्लिक को जवाब देने वाला कोई नहीं

नगर निगम की पहली मंजिल पर स्थित नजूल अधीक्षक व लासेंसिंग अधिकारी के केबिन के बाहर दो लोग काफी देर से खड़े थे। पूछने पर बताया कि साहब का इंतजार कर रहे हैं। कुछ विभागीय काम है। जब आई नेक्स्ट ने आसपास के कमरों के कर्मचारियों से साहब के बारे में पूछा तो किसी ने सही जवाब नहीं दिया। किसी ने कहा फील्ड पर हैं तो किसी ने बताया, नगर आयुक्त से मिलने गए हैं।

सीन थ्री

साहब ही नहीं, मातहत भी मिले नदारद

इसके बाद आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने नजूल विभाग के कर्मचारियों के कमरे का रुख किया। यहां भी लंच से आधे घंटे पहले पूरा हाल खाली था। आधा दर्जन कुर्सियां खाली पड़ी थीं। महज दो कर्मचारी मौके पर मौजूद थे। पूछने पर बताया गया कि सब विभागीय काम से निकले हैं। किस काम से एक साथ निकले यह जवाब कोई नहीं दे सका।

सीन फोर

आलमारी के पीछे बना दिया थूकदान

नजूल विभाग के बगल के ही लाइसेंस विभाग के हाल में भी दर्जनभर कुर्सियां पड़ी थीं लेकिन कर्मचारी केवल दो ही मौजूद थे। इनमें से एक जनाब तंबाकू खाकर आलमारी के पीछे पीक मारते मिले। कैमरा देखकर वह ठिठक गए और वापस अपनी कुर्सी पर बैठ गए। बाकी कर्मचारी कहां गए, कोई नहीं बता पाया।

सीन फाइव

भइया, साहब के आने का टाइम फिक्स नहीं है.नगर निगम में स्थित जलकल संस्थान की बिल्डिंग में ही अधिशासी अभियंता जोन एक व जोन दो केबिन बने हुए हैं। दोनों अपनी कुर्सी पर मौजूद नहीं थे। कर्मचारियों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि साहब के आने का कोई टाइम फिक्स नहीं है। किसी समय भी आ सकते हैं। हो सकता है फील्ड पर होंगे। कभी-कभी तीन बजे के बाद आते हैं।

सीन सिक्स

हमें कुछ नहीं पता है

चलते-चलते आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। पीके सिंह के रूम की ओर रुख किया। यहां भी साहब मौजूद नहीं थे। बगल के केबिन में खाना खा रही महिला कर्मचारी ने बताया कि साहब के बारे में उसे कुछ पता नहीं है। आज सुबह से वह नहीं आए हैं। जरूरी काम है तो फोन पर बात कर लीजिए।

फिर भी नहीं आई शर्म

एक दिन पहले प्रमुख सचिव नगर विकास और मुख्य सचिव द्वारा फटकारे जाने के बाद निगम कर्मचारियों को शर्म नहीं आई। निगम प्रशासन ने आनन-फानन में कैंपस में धूम्रपान करने पर जुर्माना किए जाने का नोटिस जरूर चस्पा कर किया और गंदी दीवारों पर चूना भी पुतवा दिया। बावजूद इसके कर्मचारी जहां-तहां पान की पीक मारते नजर आए। यहां तक निगम के गेट को भी नहीं बख्शा। वहां भी पान और गुटखे की गंदगी फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई थी।

Posted By: Inextlive